सुब्रमण्यम स्वामी बोले, स्टालिन कोई देवता नहीं, लेकिन पार्टी पर है अच्छी पकड़
अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर बड़ा बयान दे डाला। सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार तमिलनाडु की प्रमुख पार्टी डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन और पार्टी से निष्कासित उनके भाई अलगिरी को लेकर बयान दिया है।
करुणानिधि के निधन के बाद डीएमके की बागडोर और उनके उत्तराधिकार को लेकर एमके स्टालिन और भाई अलगिरी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। इसी सिलसिले में मंगलवार को चेन्नई में मंगलवार को एक आपात बैठक चल रही है। इस बैठक में स्टालिन और अलगिरी दोनों मौजूद हैं।
इन सबके बीच अब इस मामले पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, स्टालिन भी कोई देवता नहीं है। साधु संत नहीं है। लेकिन संगठन (डीएमके) में उसकी बहुत पकड़ है। उन्होंने सारा जीवन अभी तक संगठन बनाने में दी। पिता जी के साथ सभी मीटिंग वही आयोजित करते थे। पार्टी उनके साथ ही रहेगी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने आगे कहा कि बेटों में ईष्या होती है। एक अच्छा कर रहा है, दूसरे को जलन हो जाती है। अलगिरी (एमके अलगिरी) जैसा है वैसा कोई राजनीति व्यक्ति नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि अलगिरी तो दलाल है। जमीन हड़पना, धमकाना, मर्डर करना यही उसका काम है।
करुणानिधि के निधन के बाद परिवार में कलह साफ नजर आ रही है। उनके बड़े बेटे अलगिरी ने सोमवार को कहा कि डीएमके के सभी वफादार कार्यकर्ता हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी उन्हें वापस लेने का फैसला नहीं करती है तो पार्टी अपना कब्र खुद खोंद लेगी। इसके साथ ही वो कहते हैं कि परिवार का कोई भी सदस्य उनसे पार्टी की मजबूती के मुद्दे पर बातचीत नहीं करना चाहता है।
गौरतलब है कि 2014 में एम करुणानिधि ने अलागिरी और उनके समर्थकों को डीएमके से निष्कासित कर दिया था।