सुशील मोदी ने कहा- बिहार के रॉबर्ट वॉड्रा हैं लालू प्रसाद
पूर्व उपमुख्यमंत्री और बिहार विधान मंडल दल के नेता सुशील मोदी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले सीएम नीतीश कुमार ने अब तक लालू के दोनों बेटों उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि नीतीश पहले कह रहे थे कि अगर लालू के परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति के आरोपों के पक्ष में कोई सबूत है तो केंद्र कार्रवाई करे, लेकिन अब जब केंद्र सरकार ने कार्रवाई शुरू की तो नीतीश इसे राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा की प्रदेश इकाई पिछले 90 दिनों से लालू के परिवार की बेनामी संपत्ति का खुलासा कर रही है। इस खुलासे से पता चला है कि लालू के परिवार ने बिना किसी व्यवसाय के 125 से ज्यादा की संपत्ति अर्जित कर ली है। इसके अलावा सात कंपनियों के जरिए पटना, औरंगाबाद, कोलकाता और दिल्ली में संपत्ति बनाई है। सुशील मोदी की ओर से किए गए खुलासे में सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि यह भ्ाी कहा गया पटना में बिहार का सबसे बड़ा मॉल बन रहा है, जो 10 मंजिल का है। उन्होंने बताया कि 750 करोड़ की लागत से बनने वाले मॉल पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि पटना में ही एक पेट्रोल पंप, दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एक चार मंजिला मकान है और पटना में 18 फ्लैट हैं। यह सभी संपत्तियां लालू के परिवार की हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि राजद प्रमुख के परिवार के नाम दर्ज कुल बेनामी संपत्तियों का 80 प्रतिशत 2004 से 2009 के बीच उनके रेल मंत्री रहने के दौरान अर्जित किया गया है। या फिर राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान हासिल की गई है। इतना ही नहीं, सुशील मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि राजद नेता प्रेमचंद गुप्ता, अशोक बंथिया, ओम प्रकाश कात्याल और विवेक नागपाल सरीखे कई अन्य ने तो अपनी कंपनियां और उनके पूरे शेयर ही लालू के परिवार को उपहार में दे दिए हैं।
सुशील मोदी ने बताया कि रघुनाथ झा, कांति सिंह, सरीखे कई नाम हैं जिन्होंने जमीन उपहार में दी। इनमें बिहार सरकार में मौजूदा मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व मंत्री स्व. सुधा श्रीवास्तव जैसे कई लोग
शामिल हैं जिन्होंने लाखों की जमीन लालू के परिवार के नाम की।