महिला पहलवान को ब्रजभूषण के घर ले जाए जाने पर टीएमसी ने उठाए सवाल, ‘पीड़ित पर डर बनाना चाहती है सरकार'
भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में जांच के बीच दिल्ली पुलिस द्वारा शुक्रवार को पहलवान संगीता फोगाट को क्राइम सीन फिर रिक्रिएट करने के लिए भाजपा सांसद के घर ले जाने पर टीएमसी नेता ने आपत्ति जताई है। तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता साकेत गोखले ने दिल्ली पुलिस की आलोचना करते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से घटना का त्वरित संज्ञान लेने का आग्रह किया।
गोखले ने स्वाति मालीवाल को पत्र लिखकर कहा कि घटना में शामिल पुलिसवालों के खिलाफ जांच शुरू होनी चाहिए। गोखले के अनुसार, अपराध के दृश्य को पुनः रिक्रिएट करना और महिला पहलवान को यौन हमले के आरोपी के घर ले जाना हैरानी भरा मामला है। गोखले का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने ऐसा कर के शिकायतकर्ता को डराने का प्रयत्न किया है। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि हत्या के मामले में ऐसी आवश्यकता होती है मगर यह हत्या का मामला नहीं है।
In a shocking attempt to intimidate & cause trauma to woman wrestler & sexual assault survivor Sangeeta Phogat, the @DelhiPolice took her to the residence of the accused BJP MP Brij Bhushan Sharan to "recreate the crime scene".
This was done while Brij Bhushan Sharan has not… pic.twitter.com/0HmDH6sMpC
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) June 10, 2023
टीएमसी प्रवक्ता ने कहा है कि यह कोई हत्या का मामला नहीं है, जिसके लिए ऐसी प्रक्रिया की जरूरत हो। दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई शिकायतकर्ता को डराने और मन में डर पैदा करेगी।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, संगीता फोगाट को दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास पर यौन उत्पीड़न के आरोप से संबंधित क्राइम सीन को फिर रिक्रिएट करने के लिए ले गई है। बृजभूषण सिंह के आधिकारिक आवास में ही डब्ल्यूएफआई का कार्यालय भी स्थित है। फोगाट के साथ महिला कांस्टेबल भी मौजूद थीं।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक महिला पुलिसकर्मी फोगाट के साथ थी। यहां पर उन्हें उत्पीड़न के मामले को याद करने को कहा गया ताकि जांच हेतु सीन रीक्रिएट किया जा सके। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है। हाल में बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि चार्जशीट सामने आने दीजिए, तभी इस मामले पर कुछ कहना उचित होगा।