भाजपा चुपचाप कर रही सरकारी योजनाओं का प्रचार, अपना रही ये नायाब तरीके
पहले चरण के चुनाव में गिनती के दिन रह गए हैं। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद आचार संहिता लागू हुई थी, जिसका लगातार पार्टियों द्वारा उल्लंघन करने की खबरें आती रहीं। कुछ मामलों में चुनाव आयोग ने कार्रवाई की, कुछ में चेतावनी दी और कुछ मामलों से अनजान बना रहा।
आचार संहिता उल्लंघन के आरोपों की फेहरिस्त में भाजपा का नाम सबसे आगे है। पार्टी के चुनाव प्रचार के तौर-तरीकों पर सवाल उठ चुके हैं। चाहे वह प्रधानमंत्री मोदी की बायोपिक रिलीज का मामला हो, चाहे ट्रेन में ‘मैं भी चौकीदार’ वाले चाय के कप हों या नमो टीवी। अब इसी सिलसिले में एक नई चीज हुई है। टीवी सीरियल्स के जरिए चालाकी से सरकारी योजनाओं और पीएम मोदी का गुणगान किया जा रहा है। ‘भाबी जी घर पर हैं’ और 'तुझसे है राब्ता' नाम के सीरियल्स में स्वच्छ भारत अभियान, उज्जवला योजना के साथ मुद्रा योजना की चर्चा किरदारों द्वारा की जा रही है।
सीरियल- भाबीजी घर पर हैं
सीन 1-
एक सीन में कुछ लोग चाय की टपरी पर बैठे हैं। तभी मनमोहन तिवारी का किरदार स्वच्छ भारत अभियान के बहाने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहता है,‘शर्म करो, एक वो आदमी है, जो दिन रात देश की अखंडता-स्वच्छता की बात करता है और एक तरफ तुम लोग हो जिन्होंने पूरे कानपुर शहर को गंदगी का गोदाम बना रखा है।जब कुछ साल पहले स्वच्छता अभियान की बात छिड़ी थी, तब सिर्फ जागरूकता की कमी की वजह से ये अभियान ठप्प पड़ गया था लेकिन आज एक कर्मठ नेता की वजह से ये अभियान फिर से एक्टिव हो गया है।‘
यही नहीं, तिवारी का किरदार ‘आंकड़ा’ बताते हुए कहता है, ‘तुमको पता है स्वच्छता अभियान के तहत 9 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया गया है। आज की हमारी सरकार पूरे जोशो-खरोश से लगी हुई है कि भारत की अखंडता और एकता को खतरा न पहुंचे। आज एक कर्मठ, सुशील, ज्ञानी, अतुलनीय पुरुष की वजह से हम स्वच्छता के वातावरण में सांस ले रहे हैं।‘
सीन 2-
मनमोहन तिवारी की पत्नी अंगूरी उज्जवला योजना की बात करती है। वह कहती है,‘हमरी भारत सरकार एक ठो उज्ज्वला योजना शुरू की है, जिसके तहत ना 5 करोड़ लोगों के घरों तक एलपीजी कनेक्शन पहुंचने का वादा किए हैं।‘
यहां देखें सीरियल के दो सीन-
Thursday's episode used Swacch Bharat Abhiyan while Friday's episode used Ujjwala Scheme to sing praises of Modi. Pay attention to keywords "humare desh ki akhandta aur ekta ko khatra na pahuche", & "karmath, sushil, gyani, atulniya, purush" used to set the tone. pic.twitter.com/QjZ4fnwHPC
— Victim (Heath Ledger) Floperoi (@VictimGames) April 6, 2019
सीरियल- तुझसे है राब्ता
एक सीन में कल्याणी का किरदार कहता है,‘मुद्रा योजना के हिसाब से आपके छोटे बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए। भारत सरकार आपको 10 लाख तक का लोन देगी।देश भर में 15 करोड़ से भी ज़्यादा लोगों ये लोन मिला है, और उन्होंने अपनी ज़िन्दगी सुधार ली है. आप सुनकर हैरान हो जाएंगी कि इनमें से 70% औरतें हैं औरतें।‘एक महिला पूछती है, ‘क्या ये संभव है, पांच साल पहले ये किसी सपने से कम नहीं था?’ इस पर वह जवाब देती है, ‘नामुमकिन है अब मुमकिन’
चुनाव आयोग के सामने चुनौती
भारत में सीरियल देखने वालों की बड़ी तादात है। ऐसे में अपने किरदारों के जरिए जब वे सरकारी योजनाओं की बातें सुनते हैं तो उन्हें सीधे तौर पर आभास नहीं होता कि यह एक तरह का चुनाव प्रचार चल रहा है। उन्हें लगता है आम लोग बात कर रहे हैं और इसका असर उनके सोचने के तरीके पर भी पड़ता ही होगा।
बहरहाल, चुनाव आयोग को यह भी देखना होगा कि किस तरह एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रही है। इससे पहले चुनाव आयोग पार्टी से जुड़े नेताओं को चेतावनी दे चुका है लेकिन उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में इन नायाब तरीकों पर चुनाव आयोग सख्त हो पाता है या नहीं ये देखने वाली बात होगी।