दो पूर्व मंत्रियों सहित उत्तर प्रदेश के दस वरिष्ठ नेता कांग्रेस से निष्कासित
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने राज्य के दो पूर्व मंत्रियों सहित दस वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी की छवि बिगाड़ने और सार्वजनिक मंचों पर पार्टी नेतृत्व के फैसलों की खिलाफत करने के लिए उनके लिए यह कार्रवाई की गई है।
इन नेताओं पर गाज गिरी
पार्टी की अनुशासन समिति के सदस्य इमरान मसूद ने एक बयान जारी करके कहा कि इन नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटाया गया है। हटाए गए नेताओं में राज्य के पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी और सत्यदेव त्रिपाठी भी शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व एमएलसी सिराज मेहदी, पूर्व सांसद संतोष सिंह, पूर्व विधेयक नरायण मिश्रा, विनोद चौधरी, नेक चंद्र पांडे, युवा कांग्रेस के पूर्व चेयरमैन स्वयम प्रकाश गोस्वामी और वरिष्ठ नेता संजीव सिंह भी शामिल हैं।
पार्टी के फैसलों का विरोध करने का आरोप
बयान के अनुसार इन नेताओं पर आरोप हैं कि वे पार्टी नेतृत्व के फैसलों का सार्वजनिक मंचों पर विरोध कर रहे हैं और पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं। गुरुवार को 11 नेताओं को नोटिस जारी किए गए थे और 24 घंटों में जवाब देने को कहा गया था। पूर्व विधायक हाफिज मोहम्मद उमर छोड़कर किसी भी नेता ने जवाब नहीं दिया।
इस तरह दिखाए थे बगावती तेवर
कांग्रेस ने गुरुवार को नोटिस जारी करके कहा था कि अक्टूबर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बदलाव को लेकर उन्होंने अनावश्यक रूप से विरोध किया। कुछ असंतुष्ट नेताओं की सिराज मेहदी के घर पर नवंबर के पहले हफ्ते में बैठक हुई। 14 नवंबर को उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि देने के लिए अलग से कार्यक्रम आयोजित किया। उन्होंने प्रदेश मुख्यालय में हुए कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया।
प्रदेश प्रमुख ने बैठक में नहीं बुलाया
बुधवार को प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लुल्ला द्वारा बुलाई पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों और पूर्व एमएलसी की बैठक में कई नेताओं को अलग रखा गया। यह बैठक पार्टी में बदलाव लाने पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
पार्टी में भूमिका चाहते हैं बागी
पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर रहे मेहदी ने गुरुवार को कहा कि उनका किसी से विरोध नहीं है। वह पिछले 30-40 साल से पार्टी की से कर रहे हैं। हम सिर्फ यह चाहते हैं कि पार्टी में हमारी भूमिका तय की जाए।