#MeToo: एमजे अकबर ने महिला पत्रकार के खिलाफ किया आपराधिक मानहानि का दावा
#MeToo के आरोपों में फंसे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने महिला पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का दावा किया है। उन्होंने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मुकदमा दायर किया है। आपराधिक मानहानि में आइपीसी की धारा 499, 500 के तहत दो साल तक की सजा का प्रावधान है।
रविवार को विदेश से लौटने के बाद एमजे अकबर ने खुद पर लगे यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोपों को खारिज किया था और लीगल ऐक्शन लेने की बात कही थी।
क्या कहा था एमजे अकबर ने
मंत्री ने आरोपों की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा था कि आम चुनाव से कुछ महीने पहले ही क्यों ऐसी बात उठी है। अकबर ने कहा था कि मेरे खिलाफ लगे आरोप झूठे और मनगढंत हैं। उन्होंने कहा कि वह आधिकारिक दौरे पर विदेश में होने की वजह से आरोपों पर पहले जवाब नहीं दे पाए।
उन्होंने कहा, 'कुछ तबको में बिना किसी सबूत के आरोप लगाने की बीमारी हो गई है। अब मैं लौट आया हूं और आगे क्या कानूनी कार्रवाई की जाए, इसके लिए मेरे वकील इन निराधार आरोपों को देखेंगे।'
पूर्व संपादक से केंद्रीय मंत्री बने एमजे अकबर ने कहा, 'आम चुनाव से कुछ महीने पहले ही यह तूफान क्यों उठा? क्या इसमें कोई एजेंडा है? आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं। ये झूठे, निराधार और क्रूर आरोप हैं, जिससे मेरी प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति हुई है।' उन्होंने कहा, 'झूठ के पैर नहीं होते, लेकिन वे जहर बुझे होते हैं।'
उन्होंने कहा, 'प्रिया रमानी ने इस अभियान को साल भर पहले एक मैगजीन में आर्टिकल लिखकर शुरू किया। उन्होंने मेरा नाम तक नहीं लिया क्योंकि वह जानती हैं कि यह एक झूठी कहानी है। जब उनसे हाल में पूछा गया तो उन्होंने मेरा नाम क्यों नहीं लिया। उन्होंने एक ट्वीट के जवाब में लिखा- उनका नाम कभी नहीं लिया क्योंकि उन्होंने कुछ भी नहीं किया था।'
अकबर ने कहा, 'शुतापा पॉल कहती हैं- उस आदमी ने मुझ पर कभी भी हाथ नहीं रखा। शुमा राहा कहती हैं- मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि वास्तव में उन्होंने कुछ नहीं किया था। एक और महिला अंजु भारती इस हद तक पहुंच गईं कि दावा किया कि मैं एक स्विमिंग पूल में पार्टी कर रहा था। मैं यह तक नहीं जानता कि तैरते कैसे हैं।'
अकबर ने कहा कि गजाला वहाब की तरफ से भी लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं, जो उनकी प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने की कोशिश है। उन्होंने वहाब के आरोपों को भी झूठा, निराधार और मनगढंत बताया। एमजे अकबर ने कहा कि रमानी और वहाब ने इन कथित घटनाओं के बाद भी मेरे साथ काम किया, जिससे साफ होता है कि उन्हें मेरे साथ काम करने को कोई दिक्कत या चिंता वाली बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले दशकों तक शांत रहे क्योंकि रमानी ने खुद ही कहा है कि मैंने उनके साथ कुछ नहीं किया।
एमजे अकबर पर क्या हैं आरोप
एमजे अकबर पर अब तक 11 से अधिक महिलाओं ने यौन उत्पीड़न जैसे आरोप लगाए हैं। प्रिया रमानी नाम की सीनियर पत्रकार ने ट्वीट किया था कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान आपत्तिजनक हरकतें की है। वहीं एक और महिला ने कहा कि सीनियर जर्नलिस्ट रहे अकबर होटल के कमरे में इंटरव्यू लेते थे और महिलाओं को अपने बिस्तर और शराब ऑफर करते थे। एक महिला ने हार्वे वाइंसटाइंस ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे पोस्ट में कहा है कि अकबर गंदे फोन कॉल, टेक्स्ट, और असहज करने वाले कॉम्प्लिेंट्स में माहिर हैं।
पोस्ट में कहा गया, "आप जानते हैं कि कैसे चुटकी काटी जाए। थपथपाया जाए, जकड़ा जाए और हमला किया जाए। आपके खिलाफ बोलने की अब भी भारी कीमत चुकानी पड़ती है। ज्यादातर युवा महिलाएं यह कीमत अदा नहीं कर सकतीं।"
इस कड़ी में सबसे ताजा आरोप सीएनएन की एक पत्रकार ने लगाया था। मजली डि पॉय ने अकबर पर आरोप लगाते हुए लिखा था कि जब वे एशियन ऐज में इंटर्नशिप करने आईं थी, उस वक्त के संपादक अकबर ने जबरदस्ती उन्हें किस किया था। पॉय के अनुसार अकबर उनके पिता के दोस्त थे। पॉय उस वक्त 18 वर्ष की थीं, जबकि एमजे अकबर की उम्र 56 साल की थी।
अकबर रविवार को ही नाइजीरिया से भारत लौटे हैं। भारत लौटने के बाद उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को झूठा और मनगढ़ंत करार दिया है।