रूठे अखिलेश को मनाने के लिए कांग्रेस ने बढ़ाया हाथ, राज बब्बर बोले, नाराजगी कभी बेगानों से नहीं होती
मध्य प्रदेश के नए मंत्रिमंडल में सपा-बसपा को दरकिनार करने वाली कांग्रेस अब बैकफुट पर नजर आने लगी है। एक दिन पहले ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव ना लड़ने की बात कहने के बाद अब यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने अखिलेश की तरफ नई दोस्ती बढ़ाने का संकेत दिया है। उनका कहना है कि पार्टियों के नेतृत्व आपस में बात करके मामले को सुलझा लेंगे। माना जा रहा है कि सपा की नाराजगी का कारण मध्यप्रदेश में उसके विधायक को मंत्रीपद न दिया जाना है जबकि उसने बिना शर्त कांग्रेस को समर्थन दिया था।
नाराजगी कभी बेगानों से नहीं होती है: राज बब्बर
कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा, 'समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय नेता (अखिलेश यादव) के वक्तव्य में उनकी नाराजगी नजर आ रही है। नाराजगी कभी बेगानों से नहीं होती है। कांग्रेस और सपा का नेतृत्व आपस में बात करके इन चीजों को सुलझा लेगा। जनता ये चाह रही है कि हम लोग साथ मिलकर चुनाव लड़ें’। उत्तर प्रदेश का 2017 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस और सपा ने मिलकर लड़ा था।
क्या कहा था अखिलेश यादव ने
इससे पहले बुधवार को अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के नए मंत्रिमंडल में एसपी विधायक को जगह न दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की और कांग्रेस पर तंज कसते हुए संभावित तीसरे मोर्चे का रुख करने का इशारा दिया था।
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाकर संघीय मोर्चा बनाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा था कि वह खुद ही चंद्रशेखर राव से मिलने के लिए हैदराबाद जाएंगे। वहीं मध्य प्रदेश में अपने विधायक को मंत्री नहीं बनाने पर अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने समाजवादियों का रास्ता साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को भी धन्यवाद जिसने समाजवादियों को बैकवर्ड समझा।
अखिलेश ने कहा था, 'हम कांग्रेसियों को भी धन्यवाद देते हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश में हमारे विधायक को मंत्री नहीं बनाया। हम उनका और भारतीय जनता पार्टी का धन्यवाद देते हैं। कम से कम उन्होंने समाजवादियों का रास्ता साफ कर दिया।' अखिलेश यादव के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि वह कांग्रेस और बीजेपी से इतर एक तीसरे मोर्चे के साथ लोकसभा चुनाव में जा सकते हैं जिसके लिए चंद्रशेखर राव प्रयासरत हैं।
कमलनाथ सरकार ने मंत्रिमंडल में नहीं दी जगह
मध्य प्रदेश में कांग्रेस जब बहुमत का आंकड़ा छूने से दो कदम दूर थी तब बीएसपी और एसपी ने उन्हें अपना समर्थन देने की घोषणा की थी। इसके अलावा 4 निर्दलीयों ने भी कांग्रेस को समर्थन दिया। हालांकि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में न ही बीएसपी और न ही एसपी विधायक को जगह दी है।