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03 September 2018

समाजवादी पार्टी और शिवपाल की राहें जुदा-जुदा

समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव और सपा की राहें अब जुदा हो गई हैं। सुलह और समझौते की गुंजाईश भी लगभग समाप्त दिख रही है। देर से ही सही पर शिवपाल सिंह यादव के ऐलान से सपा सहित महागठबंधन की राह में भी रोड़े पड़ने लगे हैं। ट्विटर पर समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव अब समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के नेता हो गए हैं। उन्होंने हाल ही में अपना अकाउंट अपडेट किया है।

काफी समय बाद हाल ही में सपा नेता मुलायम सिंह यादव (नेता जी) लगातार दो दिन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सपा कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कहा है कि अटकलें ना लगाएं, परिवार और पार्टी एकजुट है, लेकिन चर्चा यह भी है कि शिवपाल ने भी नेता जी को अल्टीमेटम दिया है कि दो दिन में बेटा या भाई को चुनें। इससे पहले सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने बागपत में एक कार्यक्रम में घोषणा की है कि समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि समान विचार धारा के छोटे दलों को साथ में जोड़ कर लोकसभा चुनाव मोर्चा लड़ेगा। अगर ऐसा होता है तो प्रदेश में होने वाले महागठबंधन और समाजवादी पार्टी पर इसका असर पड़ेगा। साथ ही इसका लाभ भाजपा को मिलेगा। सियासी फायदे को देखते हुए भाजपा नेता भी शिवपाल पर तंज कसने से बच रहे हैं।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पूर्व शुरू हुई समाजवादी पार्टी की कलह चुनाव परिणाम आने के बाद थमने के आसार नजर आने लगे थे। इसी बीच शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे का गठन किया और जिलों का भ्रमण शुरू कर दिया। इसके बाद यह भी बात सामने आई कि सपा मुखिया अखिलेश यादव और शिवपाल में सुलह हो गई है और जल्द ही शिवपाल को संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी, लेकिन कई माह बीतने के बाद भी शिवपाल को संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। इस बीच शिवपाल के भाजपा में जाने की भी अटकलें लगाई जाने लगीं। हाल ही में राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा भी कि उन्होंने शिवपाल के लिए भाजपा में उच्च स्तर पर बात की थी और मिलने का समय भी तय हो गया था, लेकिन वह गए नहीं। हालांकि शिवपाल ने खंडन किया है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं।  शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि जो लोग सपा में उपेक्षित थे, जिनका कहीं पर भी सम्मान नहीं था। हमने उन्हें इकट्ठा कर काम शुरू किया है, वह जिलों में जा रहे हैं और काम कर रहे हैं। समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के साथ-साथ छोटे-छोटे दलों को इकट्ठा करेंगे, जितने भी लोग उपेक्षित थे, सभी को इकट्ठा करेंगे और मजबूत संगठन बनाकर आएंगे। हम मुलायम सिंह यादव का सम्मान करेंगे और जो नहीं कर रहे हैं उनसे भी अनुरोध करेंगे कि वह भी सम्मान करें। सम्मान नहीं करने के कारण ही तो पार्टी कमजोर हुई। फिलहाल, शिवपाल सिंह यादव के बारे में सपा मुखिया अखिलेश यादव का कहना है कि वक्त आने पर बात करेंगे। दूसरी ओर सपा के ही कुछ असंतुष्ट नेता शिवपाल को सपोर्ट कर रहे हैं।

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TAGS: ways, separated, Samajwadi Party, Shivpal
OUTLOOK 03 September, 2018
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