05 May 2016
अपने ही जाल में फंसा 40 हजार करोड़
अब सार्वजनिक उपक्रम बीएचईएल के लिए 40 हजार करोड़ रुपया फंस गया है। सरकार जहां भी उत्पादन और आमदनी बढ़ाने का विवरण तैयार करने को कहती है, विभाग अधूरे काम का दर्द सुना देता है। टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले और वोडाफोन से 20 हजार करोड़ की वसूली के विवाद से टेलीकॉम सेक्टर ही नहीं, अन्य विदेशी कंपनियां समझौतों के बावजूद धनराशि भारत में नहीं लगा रहीं। पराकाष्ठा राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में आ रही दिक्कतों की है, जिससे 45 हजार करोड़ रुपया फंस गया है। इसमें 2011 से बन रहे दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग का काम अटकना शामिल है।