केरल सरकार और राज्यपाल के बीच बढ़ रहा गतिरोध, आईयूएमएल ने बताया इसे 'नाटक'
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और वामपंथी सरकार के बीच गहराते मतभेद के बीच इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने मंगलवार को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दोनों के बीच बढ़ती खींचतान को ‘नाटक’ बताया। आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता पी. के. कुन्हालीकुट्टी ने दावा किया कि राज्यपाल और राज्य सरकार दोनों के अपने-अपने राजनीतिक हित हैं। चुनाव के दौरान इस खींचतान से अंततः कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को लाभ होगा। दक्षिणी राज्य में विपक्षी दल यूडीएफ में आईयूएमएल दूसरा सबसे बड़ा गठबंधन भागीदार है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल और एलडीएफ सरकार के बीच बढ़ते मतभेद के बीच राज्य के लोग कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को अधिक गंभीर या विश्वसनीय विकल्प मानेंगे। कुन्हालीकुट्टी ने पिनरायी विजयन सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार के ‘नव केरल सदा’ कार्यक्रम को संचालित करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि लोग इसे केवल एक चुनाव अभियान के रूप में देखेंगे।