क्या गैर कांग्रेसी- गैर भाजपा गठबंधन बनना तय? ममता बनर्जी ने की तमिलनाडु के सीएम स्टालिन और तेलंगाना के सीएम केसीआर से बातचीत
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव से बातचीत कर संभावित भाजपा विरोधी गठबंधन पर विचार-विमर्श की। वहीं, आज उन्होंने बयान जारी कर कांग्रेस पर हमला करते हुए बोलीं कि कोई भी क्षेत्रीय संगठन उनके साथ सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं रखता है। कांग्रेस अपने रास्ते जा सकती है, हम अपने रास्ते जाएंगे।
तेलंगाना और तमिलनाडु के समकक्ष राव और स्टालिन के बीच बढ़ती दोस्ती के संकेतों के बीच, बनर्जी ने रविवार को विपक्षी मुख्यमंत्रियों की बैठकें करने के लिए दोनों से संपर्क किया था।पश्चिम बंगाल में चार नगर निगमों के चुनावों में टीएमसी की जीत के बाद उन्होंने सोमवार को कहा, "देश के संघीय ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया है। देश के संविधान को ध्वस्त किया जा रहा है। हम सभी को इसकी रक्षा के लिए एक साथ आने की जरूरत है।"
राव और स्टालिन को फोन कॉल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "हम साथ मिलकर संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं। सभी क्षेत्रीय दलों को एक समझौता करना चाहिए।" बनर्जी के एक कॉल के बाद, राव ने रविवार को कहा कि वह भाजपा के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक दलों को एकजुट करने के प्रयासों के तहत जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और टीएमसी सुप्रीमो से मिलेंगे।तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव ने कहा, "ममता बहन (ममता बनर्जी) ने मुझे फोन किया। हमने फोन पर चर्चा की। उसने मुझे बंगाल आमंत्रित किया है।
वहीं, रविवार को स्टालिन ने ट्वीट किया था, “ममता बनर्जी ने मुझसे फोन पर बात की और इस बात पर दुख जताया कि कैसे गवर्नर राज्यों में अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और संवैधानिक मर्यादा को लांघने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने विपक्षी मुख्यमंत्रियों की एक मीटिंग का सुझाव दिया है। मैंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि डीएमके राज्यों की स्वायत्ता के मामले में इनके साथ खड़ी है। विपक्षी मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन जल्द ही दिल्ली से बाहर होगा!"
आपको बता दें कि टीएमसी की नजर भाजपा के खिलाफ गैर-कांग्रेसी गठबंधन बनाने पर है। इससे पहले अपने यूपी दौरे पर उन्हें सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से भी मुलाकात कर चुकी हैं। उस वक्त उन्होंने कहा था, "टीएमसी ने यूपी में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) किसी भी सीट पर कमजोर हों।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक रैली करने के लिए 3 मार्च को फिर से यूपी का दौरा करेंगी।