जम्मू-कश्मीर: नवनिर्वाचित विधानसभा के 51 सदस्य पहली बार विधायक बने
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की नवनिर्वाचित 90 सदस्यीय विधानसभा के 51 सदस्य ऐसे हैं जों पहली बार सदन के लिए निर्वाचित हुए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) 42 सीट के साथ चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभर कर सामने आया है और उसके सबसे अधिक 24 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार विधायक बने हैं।
जम्मू के मैदानी इलाकों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सबसे अधिक 29 सीट जीती और विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से दूसरे स्थान पर है। भाजपा पहली बार बने विधायकों के मामले में भी दूसरे स्थान पर है। पार्टी के 15 सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार निर्वाचित हुए हैं।
कांग्रेस का जम्मू क्षेत्र में प्रदर्शन खराब रहा लेकिन कश्मीर घाटी में उसे छह सीट मिली हैं जिनमें से दो सदस्य पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वहीं, चुनाव जीतने वाले सात निर्दलीयों में छह पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सभी तीन निर्वाचित सदस्य और आम आदमी पार्टी (आप) के एकमात्र विधायक पहली बार विधानसभा में पहुंचे हैं।
पहली बार विधायक चुने गए चर्चित नामों में पीडीपी के युवा अध्यक्ष एवं पेशे से कारोबारी वहीद पारा, डोडा से आप विधायक मेहराज मलिक और नेशनल कांफ्रेंस के मुश्ताक अहमद गुरू शामिल हैं, जिन्होंने ‘अपनी पार्टी’ के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी को हराया।