झारखंड चुनाव: भाजपा सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर केंद्रित; कांग्रेस का हमला- समाजिक न्याय की होगी जीत
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रचार अभियान पूरी तरह से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर केंद्रित है और यह केंद्र सरकार के कामकाज की ‘असलियत’ है कि 10 साल से सत्ता में होने के बाद भी भाजपा केवल धार्मिक ध्रुवीकरण पर वोट मांग रही है।
कांग्रेस के प्रभारी महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि 13 और 20 नवंबर को झारखंड की जनता निरंतरता, सांप्रदायिक सौहार्द, सामाजिक न्याय और आत्मसम्मान के लिए निर्णायक ढंग से मतदान करेगी।
उन्होंने कहा कि झारखंड में ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रचार अभियान पिछले पांच वर्ष में उसकी सरकार की उपलब्धियों और उसकी सात गारंटी पर केंद्रित है जिसमें राशन की मात्रा बढ़ाने से लेकर महिलाओं के लिए मानदेय एवं प्रत्येक ब्लॉक में नए डिग्री कॉलेज खोलना शामिल हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम अपने शासन और न्यायसंगत, समावेशी एवं समृद्ध झारखंड के लिए अपने दृष्टिकोण पर केंद्रित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का प्रचार अभियान मुद्दों से दूर है और सिर्फ सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर केंद्रित है। यह केंद्र सरकार के कामकाज की ‘असलियत’ है कि 10 साल सत्ता में रहने के बाद भी भाजपा केवल धार्मिक ध्रुवीकरण पर वोट मांग रही है।’’
रमेश ने कहा, ‘‘पिछले दस वर्ष में ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री राज्य से किए गए वादों को पूरा करने में बुरी तरह विफल रहे हैं। इससे भी बुरी बात यह है कि उन्होंने कोयले की रॉयल्टी के लगभग 1.4 लाख करोड़ रुपये झारखंड को नहीं दिए, जो कि बिल्कुल वैध रूप से दिया जाना है।’’
उन्होंने कहा कि 13 और 20 नवंबर को झारखंड के लोग भाजपा के नकारात्मक और घृणित प्रचार अभियान को पूरी तरह से खारिज कर देंगे।
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर और 20 नवंबर को होगा। मतणगना 23 नवंबर को होगी।