Advertisement
04 February 2024

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम फड़णवीस का बयान, 'मंत्री छगन भुजबल का इस्तीफा स्वीकार नहीं'

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा है कि वरिष्ठ ओबीसी नेता और राज्य कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। फड़णवीस ने शनिवार देर रात संवाददाताओं से कहा, "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ही इस पर स्पष्टीकरण दे पाएंगे।"

भुजबल, जिन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के कोटा में मराठा समुदाय को "पिछले दरवाजे से प्रवेश" की सुविधा देने का आरोप लगाया है, ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पिछले साल 16 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।

उन्होंने आगे कहा कि वह दो महीने से अधिक समय तक चुप रहे क्योंकि मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने उनसे इस बारे में नहीं बोलने को कहा था। पत्रकारों से बात करते हुए फड़णवीस ने कहा, 'मुख्यमंत्री इस पर स्पष्टीकरण दे पाएंगे, लेकिन मैं अभी केवल इतना ही कह सकता हूं कि भुजबल का इस्तीफा मुख्यमंत्री या मैंने स्वीकार नहीं किया है।'

Advertisement

भुजबल, जो राकांपा के अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट से हैं, ने शनिवार को दोहराया कि वह मराठों को आरक्षण मिलने के विरोध में नहीं हैं, लेकिन ओबीसी के लिए मौजूदा कोटा साझा करने के खिलाफ हैं।

उन्होंने कहा, "मैं जीवन भर ओबीसी के कल्याण और उनके अधिकारों के लिए काम करता रहूंगा। मेरे इस्तीफे की मांग करने या मुझे बाहर निकालने की कोई जरूरत नहीं है, जैसा कि कुछ विपक्षी नेता और मेरे गठबंधन के लोग मांग कर रहे हैं। मैंने पिछले साल 16 नवंबर को इस्तीफा दे दिया था।" 

उन्होंने कहा, ''मैं इस मुद्दे पर ढाई महीने तक चुप था क्योंकि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने मुझसे इस बारे में नहीं बोलने को कहा था।''

एकनाथ शिंदे खेमे के एक शिवसेना विधायक ने कहा था कि समाज में दरार पैदा करने की कोशिश के लिए भुजबल को बर्खास्त किया जाना चाहिए। भुजबल ने सरकार पर मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे की मांगों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Maharashtra, deputy CM, Devendra Fadnavis, minister chhagan bhujbal, resignation
OUTLOOK 04 February, 2024
Advertisement