कर्नाटक में 3 बजे तक 56 फीसदी लोगों ने डाले वोट, देवेगौड़ा, येदियुरप्पा ने किया मतदान
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को हो रहे मतदान में तीन बजे तक 56 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लिया है। जिस तरह से मतदान केंद्रों पर वोटरों की कतारे लगी है उससे यह आसार है कि इस बार वोटिंग का आकंड़ा 2013 को पार कर जाएगा। पिछले चुनाव में राज्य के 70.23 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने शिकारपुर से अपना वोट डाला। वोट डालने से पहले उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर सहित कई प्रमुख लोग अभी तक वोट डाल चुके हैं। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अपने निर्वाचन क्षेत्र चामुंडेश्वरी में जबकि लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कलबुर्गी के बासवानगर के बूथ नंबर 108 में वोट डाले। राज्य के पूर्व लोकायुक्त जस्टिस संतोष हेगड़े ने बेंगलूरू के एक बूथ पर वोट दिया। कुछ जगहों पर कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्तां के बीच झड़प की भी खबर है।
प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा मुख्य मुकाबले में हैं हालांकि जद एस ने विधानसभा चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है। विधानसभा की 224 सीटों में से 222 के लिए शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं।
निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के राजाराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर चुनाव टाल दिया है क्योंकि क्षेत्र में एक अपार्टमेंट से बड़ी तादाद में मतदाता पहचान पत्र बरामद हुए थे। इस सीट पर अब 28 मई को मतदान कराया जाएगा। इसके अलावा भाजपा उम्मीदवार तथा निवर्तमान विधायक बीएन विजय कुमार के निधन के कारण बेंगलुरू के जयनगरा विधानसभा सीट पर मतदान नहीं हो रहा है। प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए 200 महिलाओं समेत कुल 2600 उम्मीदवार मैदान में है।
वोट डालने के बाद येदियुरप्पा ने मौजूदा कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग सिद्धारमैया की सरकार से तंग आ चुके हैं। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे बाहर निकलें और वोट दें।
People are fed up with the Siddaramaiah government. I urge the people to come out & vote for BJP. I assure the people of Karnataka that I'm going to give good governance: BS Yeddyurappa, BJP. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/vZ8pxpDu3q
— ANI (@ANI) May 12, 2018
देवेगौड़ा ने परिवार के साथ डाला वोट
पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस के नेता एचडी देवेगौड़ा ने हासन जिले के होलेनारसीपुरा के बूथ नंबर 244 में जाकर वोट डाला। उनके साथ उनकी पत्नी चेन्नमा देवेगौड़ा, बेटे एचडी रेवन्ना और परिवार के अन्य सदस्य थे। वोट देने के बा देवेगौड़ा ने उम्मीद जताई कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बना सकती है।
JD(S)'s HD Deve Gowda, his wife Chennamma Deve Gowda, son HD Revanna & other family members cast their votes at polling booth no.244 in Holenarasipura town in Hassan district. pic.twitter.com/U40iXkAM1L
— ANI (@ANI) May 12, 2018
गौपूजा के बाद भाजपा प्रत्याशी ने किया मतदान
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ बादामी से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी बी श्रीमालू ने वोट डालने के पहले गौपूजा की। पूजा के दौरान उन्होंने भगवा वस्त्र पहन रखा था। गौपूजा करने के बाद वे अपने समर्थकों के साथ वोट डालने के लिए गए।
Bellary: BJP's B.Sriramalu performed 'gau pooja' (cow worship) before casting his vote. He is contesting against CM Siddaramaiah from Badami constituency. #KarnatakaElections2018 pic.twitter.com/Ht3akZlzK3
— ANI (@ANI) May 12, 2018
कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ता भिड़े
इस बीच, हंपी नगर के एक बूथ पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबर है। भाजपा प्रत्याशी रवींद्र विजयनगर ने आरोप लगाया का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमारे पार्षद आनंद पर हमला किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।
बेंगलूरू के डीसीपी रवि चाननवार ने बताया कि यह एक संवेदनशील बूथ है पर झड़प बूथ से सौ मीटर के दायरे से बाहर हुई है। हम मामले की जांच करने के बाद कार्रवाई करेंगे।
बेलगावी के एक बूथ पर कुछ समय के लिए उस वक्त हंगामे की स्थिति पैदा हो गई जब एक महिला ने अपना चेहरा दिखाने के लिए बुर्का हटाने से इनकार कर दिया। बाद में एक महिला अधिकारी ने एक कक्ष में ले जाकर उसकी पहचान की और उसे वोट डालने की अनुमति दी।
राज्य में 2,600 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 4.96 करोड़ से अधिक मतदाता उनके भाग्य का फैसला करेंगे। इन मतदाताओं में 2.52 करोड़ से अधिक पुरुष, करीब 2.44 करोड़ महिलाएं और 4,552 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। राज्य में 55,600 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। शांत और निष्पक्ष मतदान के लिए 3.5 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। एक मोबाइल एप के जरिये पहली बार मतदाता मतदान केंद्रों पर कतार की स्थिति के बारे में भी जान पाएंगे।