पश्चिम बंगाल के पांचवे चरण में शाम पौने छह बजे तक 78.36% वोटिंग, टीएमसी की सत्ता में वापसी का रास्ता होगा तय?
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को पांचवें चरण के लिए छिटपुट घटनाओं के बीच वोट डाले गए। इस चरण की 45 विधानसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक 78.36 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। हालांकि, मतदान के फाइनल आंकड़े अभी आने बाकी हैं। इसी के साथ 45 सीटों पर 319 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है। इस चरण में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन के लिए अहम माना जा रहा है। इससे तय होगा कि सीएम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आगामी दो मई को लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करेंगी या नहीं।
बंगाल में पांचवें चरण में जिन छह जिलों में मतदान हुआ है, उनमें उत्तरी परगना पार्ट-एक, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, पूर्वी वर्द्धमान पार्ट-एक और जलपाईगुड़ी है। वोटिंग के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और केंद्रीय बलों की करीब 853 कंपनियां तैनात की गई थी।
निर्वाचन आयोग ने दक्षिण 24 परगना के देगंगा निर्वाचन क्षेत्र में केंद्रीय बलों द्वारा गोलीबारी की एक कथित घटना पर शनिवार को चुनाव पर्यवेक्षकों से रिपोर्ट मांगी, जहां मतदान जारी है। आयोग ने यह रिपोर्ट स्थानीय लोगों द्वारा इस तरह के आरोप लगाए जाने के बाद मांगी। कमरहाटी में 107 नंबर बूथ पर भाजपा के पोलिंग एजेंट की अचानक मौत पर चुनाव आयोग ने रिपोर्ट मांगी है। मृतक भाजपा के पोलिंग एजेंट के भाई का कहना है, "उनका नाम अभिजीत सामंत है। किसी ने उनकी मदद नहीं की, यहां इलाज की कोई सुविधा नहीं है।"
देश में कोरोना वायरस के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। शुक्रवार को 2 लाख 33 हजार से ज्यादा नए मामले दूसरे दिन दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 1,338 मरीजों की मौत भी हो गई है। पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के मामलों में रिकॉर्डतोड़ वृद्धि हो रही है। एक दिन में यहां पर कोरोना के 6,910 नए केस सामने आए जबकि 26 की मौत हो गई है।