हरियाणा में आम आदमी पार्टी और जेजेपी में गठबंधन, 7-3 सीट के फॉर्मूले पर बनी सहमति
दिल्ली में भले ही आम आदमी पार्टी का कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। लेकिन हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सांसद दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन हो गया है। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता गोपाल राय ने शुक्रवार को इसका औपचारिक ऐलान एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया। हरियाणा में आप और जेजेपी के बीच हुए गठबंधन के बाद जेजेपी लोकसभा की 7 सीटों पर और आम आदमी पार्टी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
दोनों पार्टियों के बीच 7-3 फार्मूले पर सीटों का बंटवारा हुआ
इस गठबंधन पर गोपाल राय ने बताया कि दोनों पार्टियों (जेजेपी-आप) के बीच 7-3 फार्मूले पर सीटों का बंटवारा हुआ है। इसका मतलब यह हुआ कि हरियाणा की 7 लोकसभा सीटों पर जेजेपी चुनाव लड़ेगी जबकि 3 सीटें आम आदमी पार्टी के खाते में हैं। आप ने जींद के उपचुनाव में इससे पहले भी जेजेपी का समर्थन किया था पर लोकसभा के चुनावों के लिए गठबंधन की बात अभी बन नहीं पाई थी।
हाल ही में आप सांसद संजय सिंह ने अपनी पार्टी का रुख साफ करते हुए कहा था कि दिल्ली में अब गठबंधन को लेकर संभावनाएं खत्म हो गई है। उनके अलावा कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने भी ये साफ किया था कि आप के साथ गठबंधन नहीं होगा।
दुष्यंत चौटाला ने दिया था ये संकेत
इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने संकेत दिए थे कि अगर किसी पार्टी के सिद्धांत उनकी पार्टी से मेल खाते हैं तो उन्हें उस पार्टी के साथ गठबंधन से कोई गुरेज नहीं है। दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि वे समान विचारधारा वाली किसी भी पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं। हालांकि दुष्यंत चौटाला ने यह भी साफ किया था कि वे किसी भी कीमत पर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।
दुष्यंत-दिग्विजय ने अपनी अलग जेजेपी पार्टी बना ली
बता दें कि हरियाणा में जाटों की प्रमुख पार्टी रही इंडियन नेशनल लोक दल से दो अलग-अलग पार्टियों में विभाजित हो गई है। ओ.पी चौटाला के बड़े बेटे अजय सिंह के बेटों दुष्यंत और दिग्विजय ने अपनी अलग जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) बना ली है। चौटाला के छोटे बेटे अभय सिंह के नेतृत्व वाले आइएनएलडी के विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।