Advertisement
27 February 2024

अखिलेश यादव ने भाजपा पर राज्‍यसभा चुनाव में सभी हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया

समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने आशंका के बीच, पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि जो लोग ‘‘लाभ’’ चाहते हैं वे चले जायेंगे और उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया।

मतदान के लिए विधानसभा पहुंचे यादव से जब उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में पार्टी विधायकों की अनुपस्थिति के बारे में पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा, ‘‘ सत्ता का लाभ पाने वाले चले जाएंगे। जिनसे वादा किया गया होगा वे जाएंगे।’’

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो लोग किसी की राह में कीलें बिछाते हैं या दूसरों के लिए गड्ढा खोदते हैं, वे खुद गिर जाते हैं।’’

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘‘ आप देख चुके हैं कि चंडीगढ़ में सीसीटीवी कैमरों के सामने क्या हुआ। मैं उच्चतम न्यायालय को धन्यवाद देता हूं जिसने संविधान को बचाया। भाजपा चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना सकती है। उसने किसी ‘लाभ’ के लिए आश्वासन (कुछ विधायकों को) दिया होगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा जीतने के लिए कुछ भी करेगी।’’

राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान से एक दिन पहले सोमवार को पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई बैठक में सपा के आठ विधायक शामिल नहीं हुए थे।

 

सपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि पार्टी प्रमुख ने विधायकों को राज्यसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी देने के लिए एक बैठक बुलाई थी।

हालांकि, उत्तर प्रदेश विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय और सात अन्य विधायक- मुकेश वर्मा, महराजी प्रजापति, पूजा पाल, राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, राकेश प्रताप सिंह और अभय सिंह बैठक में शामिल नहीं हुए।

सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में स्वीकार किया था कि आठ विधायक पार्टी प्रमुख द्वारा बुलाए गए रात्रिभोज और बैठक में शामिल नहीं हुए थे। हालांकि, उन्होंने विधायकों का नाम नहीं बताया।

राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।

भाजपा ने अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में संजय सेठ को मैदान में उतारा है। समझा जाता है कि इस कारण एक सीट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की संभावना है।

भाजपा के सात अन्य उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.पी.एन. सिंह, पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के महासचिव अमरपाल मौर्य, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत (बिंद), पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व विधायक साधना सिंह और आगरा के पूर्व महापौर नवीन जैन हैं।

सपा ने अभिनेत्री-सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी एवं उप्र के पूर्व मुख्‍य सचिव आलोक रंजन और दलित नेता रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है।

403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा और सपा सबसे बड़े दल हैं। भाजपा के 252 और सपा के 108 विधायक हैं। सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीटें हैं।

भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के पास 13, निषाद पार्टी के पास छह, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के पास छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास एक सीट है। फिलहाल विधानसभा में चार सीटें खाली हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के खातिर एक उम्मीदवार को लगभग 37 प्रथम-वरीयता मतों की आवश्यकता होगी।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Akhilesh Yadav, accused BJP, adopting all tactics, Rajya Sabha elections.
OUTLOOK 27 February, 2024
Advertisement