ओडिशा में एक बार फिर पटनायक सरकार, आंध्र में जगन बनेंगे मुख्यमंत्री
लोकसभा चुनाव परिणामों की गहमागहमी के बीच आंध्र और ओडिशा के विधानसभा चुनाव परिणाम भी आ रहे हैं। 17वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में हुए चुनावों के साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव हुए हैं.
सभी राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए लोकसभा सीटों के साथ ही मतदान हुए थे। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ ही चार चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए भी वोट डाले गए थे। ओडिशा में कुल 147 विधानसभा सीटें हैं। नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) बहुमत के बहुत करीब है। 2014 में हुए चुनाव में बीजू जनता दल ने 117 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था।
नवीन पटनायक का प्रदर्शन बहुत ही अच्छा रहा है। नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है। नवीन पटनायक पांचवी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि भाजपा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। बीजेडी 108 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है जबकि लगभग 7-45 तक मिले रुझान के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 23 सीटों पर और कांग्रेस 13 पर आगे है। अन्य के खाते में 02 हैं।
आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी की वायएसआरसीपी ने शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडु के नेतृत्व वाली टीडीपी (तेलुगु देशम पार्टी) को समेट दिया है। चंद्रबाबू नायडु फिलहाल आंध्र के मुख्यमंत्री हैं। वाईएसआर कांग्रेस ने 10 सीटें जीत ली हैँ और 39 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जगनमोहन रेड्डी ने वापसी के लिए पैदल यात्रा की थी और मतदाताओं में विश्वास जगाया था। वाईएसआर कांग्रेस के नेता उम्मारेड्डी वेंकटश्वरलु का कहना है कि लोगों ने राज्य का नेतृत्व करने के लिए रेड्डी पर भरोसा दिखाया है क्योंकि जनता चंद्रबाबू नायडू की लूट के कारण परेशान थी। वेंकटेश्वरलु ने यह भी कहा कि जगन मोहन रेड्डी 30 मई को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक चंद्रबाबू नायडु ने हार स्वीकार ली है और देर शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है ।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश सबसे बड़े दल के रूप में उभरी बीजेपी 21 पर जीत, 19 पर बढ़त के साथ कुल 40 सीटों बढ़ी है। कांग्रेस को यहां 7 बढ़त और 3 पर जीत के साथ 10 पर आगे बताया गया है। एनपीपी 3 और अन्य का 6 पर कब्जा दिख रहा है। एक सीट पर पीपीए ने जीत लिया है।
सिक्किम विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय दल भाजपा, कांग्रेस और अन्य को एक भी सीट नहीं मिली है। एसकेएम 1 बढ़त और 12 जीत के साथ 13 पर बढ़त मिली है, जबकि एसडीएफ 19 (8 पर जीत) पर बढ़त लेकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है।