विधानसभा चुनावः असम में 72 और पश्चिम बंगाल में करीब 80 फीसदी वोटिंग, पहले चरण में वोटर्स में दिखा जोश
पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान शनिवार को जमकर वोटिंग हुई। बंगाल में पहले चरण में 30 सीटों पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच के शाम 5 बजे तक 79,79 फीसदी मतदान हुआ। चुनाव आयोग के मुताबिक चुनाव में कोविड नियमों का कड़ाई से पालन किया गया और नक्सल प्रभावित क्षेत्र जंगलमहल में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ। कुछ बूथों पर मतदाताओं को मास्क, सेनीटाइजर्स और दस्ताने दिए गए। असम में 72.14 फीसदी वोटिंग हुई।
जिन सीटों पर चुनाव हुए, उनमें पुरुलिया के नौ सीटें, बांकुरा के चार, झाड़ग्राम के चार, पश्चिमी मेदिनीपुर के छह और हाई-स्टेक पुरबा मेदिनीपुर के सात सीटें शामिल हैं। चुनाव अधिकारी ने कहा कि छुटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पूर्बा मेदिनीपुर में सबसे ज्यादा 82.51 मतदान हुआ। झाड़ग्राम में 80.56, पासिम मेदिनीपुर में 80.12 प्रतिशत, बांकुरा 79.90 प्रतिशत और पुरुलिया में 77.07 फीसदी वोटिंग हुई।
निर्वाचन आयोग के अनुसार दोनों राज्यों की कुल 77 विधानसभा सीटों के लिए 21 हजार 825 मतदान केंद्रों पर पहले चरण का मतदान कराया गया। पश्चिम बंगाल की 30 सीटों के लिए 10 हजार 288 मतदान केंद्र बनाये गये थे, जिन पर 74 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जबकि असम की 47 सीटों के लिए 81 लाख मतदाताओं ने 11 हजार 537 मतदान केंद्रों पर वोट किये। कोरोना महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या 1500 से घटाकर 1000 किया गया था, जिसके कारण मतदान केंद्रों की संख्या बढाई गयी है।
आयोग के अनुसार, शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए 50 फीसदी से अधिक संवेदनशील मतदान केंद्रों पर लाइव मोनिटरिंग और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी। पश्चिम बंगाल में 5392 मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग का प्रबंध किया गया था, वहीं असम में ऐसे मतदान केंद्रों की संख्या 5039 थी। पहले चरण के मतदान की अधिसूचना के दिन से अब तक दोनों राज्यों में 281 करोड़ 28 लाख रुपये की रिकॉर्ड बरामदगी की गयी है, जिसमें नकद राशि, शराब, मादक पदार्थों और मुफ्त उपहार आदि शामिल हैं।
पुरवा मेदिनीपुर जिले के कंठी दक्षिण सीट में कथित रूप से ईवीएम की खराबी को लेकर मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने एक मतदान केंद्र के बाहर सड़क पर जाम लगा दिया माजना में, दावा किया गया कि वीवीपीएटी स्लिप एक पार्टी विशेष के पक्ष में वोटिंग होती दिखाई दी। वीवीपीएटी मशीन को बदल दिया गया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कद्रीय बलों की एक टुकड़ी मौके पर भेजी गई। पश्चिम में एक रैली के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईवीएम में हेरफेर करने और मतदाताओँ को डराने के लिए केंद्रीय बल तैनात करने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता सुवेंदु अधकारी के छोटे भाई सौमेंदु ने टीएमसी समर्थकों द्वारा शुभेंद्र की गाड़ी पर हमले का आरोप लगाया। द्वारा उन्हें कांथी में हमला किया गया था। शुभेंदु ने कहा कि जब मैं टीएमसी का समर्थन कर रहा था, तो कांठी से गुजर रहा था। मेरी कार पर ईंटें फेंकीं और उसकी खिड़की के शीशे तोड़ दिए। दांतन विधानसभा क्षेत्र के मोहनपुर में चार टीएमसी के कार्यकर्ताओं और के बीच झड़पों में लोग घायल हो गए।