बिहार उपचुनाव: भभुआ में भाजपा और जहानाबाद में आरजेडी की जीत
बिहार में एक लोकसभा और दो विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए बुधवार को नतीजे घोषित होने हैं, इन सीटों पर वोटों की गिनती चल रही है। एएनआई के मुताबिक, भभुआ विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है। यहां से बीजेपी की रिंकी रानी पांडेय ने विजय हासिल की।
वहीं, जहानाबाद विधानसभा में RJD को भारी जीत मिली है। आरजेडी के कुमार कृषण मोहन उर्फ सुदय यादव ने जीत दर्ज की।
अररिया लोकसभा सीट पर फिलहाल आरजेडी भाजपा पर बढ़त बनाए हुए है।
लाइव अपडेट्स-
अररिया
बिहार उपचुनाव में बड़ा उलटफेर बरकरार है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अररिया में बढ़त बनाते हुए आरजेडी 23,187 वोटों से आगे निकल गई है। जहां RJD को 3,33,050 वोट मिले हैं, वहीं इस सीट पर बीजेपी 3,09,863 वोटों से पीछे चल रही है। इससे पहले आरजेडी प्रत्याशी ने 1300 वोटों से आगे से बीजेपी को पीछे छोड़ा। सातवें राउंड के बाद आरजेडी अररिया में 9000 वोटों से आगे रही। शुरुआती रुझान में अररिया लोकसभा सीट पर बीजेपी 58,225 वोटों के साथ आगे थी। वहीं, आरजेडी 55,334 के साथ दूसरे स्थान पर थी। वहीं 5वे राउंड के बाद बीजेपी RJD को करीब 6500 वोटों से पछाड़ते हुए आगे निकल गई थी।
भभुआ
एएनआई के मुताबिक, बीजेपी ने भभुआ सीट पर जीत पर जीत दर्ज कर ली है। यहां से बीजेपी की रिंकी रानी पांडेय ने विजय हासिल की।
भभुआ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में कुल 17 उम्मीदवार थे। बिहार में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने दिवंगत विधायक आनंद भूषण पांडेय की पत्नी रिंकी रानी पांडेय को और कांग्रेस ने शंभू पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया था।
जहानाबाद
जहानाबाद विधानसभा में RJD को भारी जीत मिली है। आरजेडी के कुमार कृषण मोहन उर्फ सुदय यादव ने जीत दर्ज की।
जहानाबाद से चुनावी मैदान में 14 उम्मीदवार थे। इनमें आरजेडी ने दिवंगत विधायक मुंद्रिका सिंह यादव के पुत्र कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव को और बिहार में सत्ताधीन पार्टी जेडीयू ने अभिराम शर्मा को उम्मीदवार बनाया था।
अररिया में आरजेडी के सांसद रहे मोहम्मद तस्लीमुद्दीन, जहानाबाद में आरजेडी के विधायक रहे मुंद्रिका सिंह यादव और भभुआ में बीजेपी के विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय के निधन के बाद इन सीटों पर उपचुनाव हुए थे। अररिया सीट पर तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, बीजेपी ने प्रदीप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर कुल सात उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
अररिया में आरजेडी के सांसद रहे मोहम्मद तस्लीमुद्दीन, जहानाबाद में आरजेडी के विधायक रहे मुंद्रिका सिंह यादव और भभुआ में बीजेपी के विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय के निधन के बाद इन सीटों पर उपचुनाव हुए थे। अररिया सीट पर तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम को उम्मीदवार बनाया है।
11 मार्च को हुआ था मतदान
बता दें कि इन तीनों सीटों पर 11 मार्च को वोट डाले गए थे। इस उपचुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है।इस बार अररिया में 61%, जहानाबाद में 57.85% और भभुआ में 59.68 % मतदान हुआ है।
सियासी मायने
राज्य में उपचुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जेल में है। इसके बावजूद अगर राजद को जीत हासिल हुई तो लालू की अनुपस्थिति में पार्टी की कमान संभाल रहे उनके पुत्र तेजस्वी यादव की सियासी स्थिति और मजबूत हो जाएगी। वहीं, इसके उलट अगर हार हासिल हुई तो पहले से संकट में घिरी राजद की चुनौतियों और बढ़ जाएंगी। चूंकि उपचुनाव जदयू के फिर से राजग में शामिल होने के बाद हो रहे हैं, ऐसे में जीत जहां जदयू-भाजपा गठबंधन को और मजबूत बनने का संदेश देगी। वहीं, हार की स्थिति में सीएम नीतीश के नेतृत्व पर सवाल उठेंगे।