बिहार में भाजपा के 'गाय' वाले विज्ञापन पर विवाद
भाजपा द्वारा प्रकाशित कराए गए इस विज्ञापन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा गया है, मुख्यमंत्रीजी आपके साथी हर भारतीय की पू्ज्य गाय का अपमान बार-बार करते रहे और आप चुप रहे। वोट बैंक की राजनीति बंद कीजिए और जवाब दीजिए, क्या आप अपने साथियों के बयानों से सहमत हैं? इस विज्ञापन में लालू यादव सहित राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की गोमांस को लेकर की गई टिप्पणियों को भी खूब उछाला गया है। यह विज्ञापन किशनगंज, सहरासा और निर्वाचन वाले अन्य इलकों के क्षेत्रीय अखबारों में छपा है।
जदयू के महासचिव के सी त्यागी ने भाजपा के इस तरह के विज्ञापनों को घोर आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यह चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन है और उसे प्रकाशित करने वाले दल को दंडित किया जाना चाहिए। अगर निर्वाचन आयोग इस मामले में कडी कार्रवाई करने में विफल रहता है तो राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से गुहार लगाई जाएगी।
इस बीच, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर लक्ष्मणन ने कहा कि उक्त विज्ञापन से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है या नहीं इसकी जांच के लिए निर्वाचन आयोग संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से रिपोर्ट तलब करेगा।
देश में गोमांस को लेकर मचे विवाद को बिहार चुनाव में भुनाने की कोशिश को लेकर भाजपा की काफी आलोचना भी हो रही है। स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने इस तरह की सांप्रदायिक अपील पर सवाल आपत्ति जताई है। गौरतलब है कि बिहार चुनाव के पांचवे चरण में अधिकांश सीटें मुस्लिम बहुल इलाकों में है और भाजपा चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करती नजर आ रही है।
This is how blatantly BJP is seeking votes in Bihar. Does this fall under communal appeal? https://t.co/D2S0FtVYcm
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) November 4, 2015
कांग्रेस के नेता आरपीएन सिंह ने कहा है कि इन सांप्रदायिक विज्ञापनों को लेकर वह आज चुनाव आयोग से मिलेंगे।
Meeting EC today re this latest series of desperate communal ads “@AmanKayamHai: BJPs advts in Bihar front pages! pic.twitter.com/TZA6tYfut4”
— RPN Singh (@SinghRPN) November 4, 2015
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया है कि क्या ये विज्ञापन भाजपा के टॉप नेताओं ने दिए हैं।
Have these ads in Bihar been given by BJP's fringe elements? Or by BJP top brass? pic.twitter.com/ZRUTbCWk0F
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 4, 2015