UP में बीजेपी को 259 से 267 सीटें तो पंजाब में AAP हो सकती हैं बड़ी पार्टी, जाने इन पांच राज्यों के बारे में क्या कहते हैं चुनावी सर्वे
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में अगले साल यानी कि 2022 में चुनाव होने हैं। इसे लेकर तमाम राजनीतिक पार्टियों ने कुछ महीने पहले ही चुनाव की तैयारी शुरू कर दी हैं। ऐसे में इन राज्यों में किसकी सरकार बनेगी, इसे लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। इसे लेकर एबीपी न्यूज़ सी वोटर ने एक सर्वे किया है। सर्वे में ये जानने का प्रयास किया गया है कि किस इन चुनावी राज्यों में किस पार्टी को सत्ता मिल सकती है और कौन सत्ता से बेदखल हो सकता है। सर्वे में इन राज्यों में सीएम के तौर पर लोग किन्हें पसंद करते हैं, इसे भी जानने की कोशिश की गई है। सर्वे की मानें तो यूपी में बीजेपी को 259 से 267 सीटें मिल सकती है। समाजवादी पार्टी को 109-117 सीटें, बीएसपी को 12-16 सीटें, कांग्रेस को 3-7 सीटें और अन्य को 6-10 सीटें मिल सकती हैं।
सर्वे के मुताबिक पंजाब में आम आदमी पार्टी इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। पंजाब में विधानसभा कि 117 सीटें हैं। आप को 51 से 57 सीटें मिल सकती हैं जबकिकांग्रेस को 38 से 46, एसएडी को 16 से 24, बीजेपी और अन्य को 0 से एक सीट मिल सकती है।
उत्तराखंड में, बीजेपी को 44 से 48 सीटें, कांग्रेस को 19 से 23 सीटें, आम आदमी पार्टी को 0 से 4 सीटें और अन्य को 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान है। गोवा में बीजेपी एक बार फिर सत्ता हासिल कर सकती है। बीजेपी के खाते में 22 से 26 सीटें, कांग्रेस के खाते में 3-7 सीटें, आम आदमी पार्टी के खाते में 4-8 सीटें और अन्य के खाते में 3-7 सीटें जा सकती हैं।
मणिपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 18 से 22 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजेपी गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ राज्य में सरकार बना सकती है। बीजेपी गठबंधन को 32 से 36 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं एनपीएफ को महज़ 2 से 6 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ सकता है जबकि अन्य के खाते में 0 से 4 सीटें जा सकती हैं।
यूपी में 45 फीसदी लोग, योगी सरकार के कामकाज से काफी संतुष्ट हैं, जबकि 34 फीसदी असंतुष्ट हैं। गोवा में बीजेपी को 39 फीसदी, कांग्रेस को 15 फीसदी, आम आदमी पार्टी को 22 फीसदी और अन्य को 24 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई है। वहीं मणिपुर में बीजेपी के खाते में 40 फीसदी वोट आने का अनुमान है। इसके अलावा, कांग्रेस के खाते में 35 फीसदी, एनपीएफ के खाते में 6 फीसदी और अन्य के खाते में 17 फीसदी वोट शेयर जाने का अनुमान है।