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15 February 2020

दिल्ली में हार के बाद भाजपा बदल सकती है प्रदेश इकाई, कमान अनुभवी नेता को

दिल्ली विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद भारतीय जनता पार्टी जल्दी ही प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारियों को हटाएगी और उनके स्थान पर नई टीम नियुक्त करेगी। यह जानकारी सूत्रों से मिली है।

नई टीम एक महीने में

सूत्रों ने बताया कि नई टीम के साथ दिल्ली में नए प्रदेश अध्यक्ष की भी नियुक्ति होगी क्योंकि विधानसभा चुनाव के चलते संगठनात्मक चुनाव नहीं हो पाए। एक महीने के भीतर दिल्ली भाजपा की नई टीम नियुक्त कर दी जाएगी।

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भाजपा का अनुमान गलत साबित

सूत्रों के अनुसार इस बार पार्टी किसी सेलिब्रिटी के बजाय किसी अनुभवी नेता को प्रदेश की कमान सौंपेगी। अभी मनोज तिवारी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं जो भोजपुरी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता हैं। भाजपा की आंतरिक बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माना कि कांग्रेस को 18-20 फीसद वोट मिलने का अनुमान था। इससे सीधे तौर पर भाजपा को फायदा होता और भाजपा बहुमत हासिल करके सरकार बना लेती। लेकिन यह अनुमान गलत साबित हो गया।

अब होगी नई रणनीति

अब भाजपा नए सिरे से काम करेगी और कांग्रेस को दिल्ली में दरकिनार करके अपना वोट शेयर बढ़ाकर 51 फीसदी करने का प्रयास करेगी। अंदरूनी बैठक में कहा गया कि पाकिस्तान से आए सिख और पंजाबी समुदाय का भी वोट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को मिला। हालांकि पूर्वांचली क्षेत्र के लोगों ने बड़े पैमाने पर भाजप को वोट दिया। लेकिन भाजपा को 12 सुरक्षित सीटों पर भारी नुकसान हुआ। अब नए संगठन में समाज के इन समुदायों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होगा। इन सीटों पर पिछले तीनों चुनाव से उसके प्रत्याशी हार रहे हैं। इसलिए अब पार्टी नए उम्मीदवार लाएगी।

हारने की ये वजहें रहीं

गुटबाजी, स्थानीय स्तर पर दरार और मुफ्त और रियायतों के बारे में आप के प्रचार का जवाब देने में अक्षमता भाजपा की हार के प्रमुख कारण रहे। भजापा ने पराजय के कारणों का पता लगाने के लिए बैठकें आयोजित कीं। इस चुनाव में आप ने दूसरी बार जोरदार जीत दर्ज की है।

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TAGS: BJP, Delhi election, AAP, Arvind kejriwal
OUTLOOK 15 February, 2020
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