राजस्थान में बहुमत की ओर बीजेपी, अशोक गहलोत ने स्वीकारी हार, राज्यपाल को जल्द सौंप सकते हैं इस्तीफा!
राजस्थान में बीजेपी की बढ़त पर सीएम अशोक गहलोत का कहना है, "हमने कोई कसर नहीं छोड़ी और चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार थे। हमने सोचा था कि लोग हमारी मौजूदा योजनाओं के आधार पर हमें वोट देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम इसका विश्लेषण करेंगे। मुझे लगा था कि लोग पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से बदला लेंगे लेकिन मुझे लगता है कि जनता इसे समझ नहीं पाई।''
#WATCH | Delhi: On BJP's lead in Rajasthan, CM Ashok Gehlot says "We did not leave any stone unturned and were fully prepared for the elections. We thought people would vote for us based on our current schemes but that did not happen. We will analyse this. I thought people would… pic.twitter.com/qOtStWHeZ3
— ANI (@ANI) December 3, 2023
रुझानों पर एक नजर देखें तो भाजपा 116 और कांग्रेस 68 सीटों पर आगे है। शाम होते ही कुछ सीटों के याबी नतीजे भी आने लगे हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा अबतक 79 सीटें अपने नाम कर चुकी है, जबकि कांग्रेस ने 43 सीटों पर फतह हासिल की है।
दूसरी तरफ, राज्य की हॉट सीटों में से एक सरदारपुरा से अशोक गहलोत ने जीत हासिल की है। उन्होंने पहली बार 1977 से यहां चुनाव जीत था। उनका मुकाबला भाजपा के महेंद्र सिंह राठौर से था। इसके अलावा झालरापाटन सीट से भाजपा की वसुंधरा राजे भी जीत हासिल कर चुकी है। उन्होंने राजस्थान में भाजपा के इस शानदार प्रदर्शन का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को दिया।
इस जीत के बाद भाजपा की असली मुश्किल सीएम का नाम चुनने में हो सकता है। एक तरफ वसुंधरा राजे तो दूसरी तरफ अलवर से सांसद महंत बालकनाथ इस रेस में सबसे आगे हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारे गए सांसद महंत बालकनाथ को नवीनतम रुझानों के बाद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पसंदीदा माना जा रहा है।
फिलहाल पार्टी बड़ी लीड की तरफ अग्रसर है और बालकनाथ अपनी तिजारा सीट से आगे चल रहे हैं। आज सुबह वोटों की गिनती शुरू होने से ठीक पहले बालकनाथ ने भगवान शिव के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की।