मध्यप्रदेश की 20 सीटों पर सख्त पहरे में होंगे उपचुनाव, 9361 पोलिंग बूथ पर डाले जाएंगे वोट
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा में उपचुनाव में वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इन सीटों पर कुल पोलिंग बूथ 9361 हैं। इनमें 1441 सहायक मतदान केंद्र हैं। 2018 विधानसभा चुनाव की तुलना में 18 फीसदी पोलिंग बूथ बढ़ाए गए। इस बार 3038 संवेदनशील पोलिंग बूथ हैं। इन सभी सीटों पर कुल मतदाता 63.67 लाख हैं। मतदान संपन्न कराने में 53 हजार मतदान कर्मी की ड्यूटी लगी है।
चुनाव के लिए केंद्रीय पुलिस बलों की 84 कंपनियां तैनात रहेंगी। एक कंपनी में 100 जवान की तैनाती की गई है। सुरक्षा बल के कुल 38 हजार जवान तैनात रहेंगे। ग्वालियर चंबल संभाग में 60 फीसदी सुरक्षा बल लगाया जाएगा यानि 22800 जवानों की तैनाती की गई है। 250 उड़न दस्ते और, 176 स्टेटिक सर्विलांस टीम होगी तथा कई विधानसभओं में ड्रोन से सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जायेगी।
वोटिंग के दौरान आयोग के दिशा निर्देश
वोटर्स को मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा, उन्हें मतदान केंद्र पर मास्क उपलब्ध कराया जाएगा। पोलिंग बूथ पर सैनिटाइजर साबुन और पानी की उपलब्धता रहेगी। सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा। मतदान केंद्रों पर निर्वाचको की थर्मल जांच की जाएगी। मतदाता का तापमान अधिक होने पर उन्हें टोकन दिया जाएगा। मतदान के अंतिम घंटे में कोविड-१९ प्रतिरोधक का पालन करते हुए मतदाता से मतदान कराया जाएगा। मतदान लाइन में 15 व्यक्तियों के लिए 6 फीट की दूरी पर निर्धारित गोले बनाए जायेंगे। मतदान स्थलों पर मेडिकल वेस्ट मटेरियल के लिए व्यवस्था की जाएगी।
मॉक पोल के लिए व्यवस्था
वास्तविक वोटिंग शुरू होने से 90 मिनट पहले उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम 50 वोट डालने के द्वारा एक मॉल आयोजित किया जाएगा।