Advertisement
10 May 2019

छठे चरण का चुनाव प्रचार थमा; अखिलेश-दिग्विजय समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

File Photo

12 मई को होने वाले छठे चरण का चुनाव प्रचार आज यानी शुक्रवार को शाम 5 बजे थम गया। इस चरण में जिन 59 सीटों पर वोटिंग होनी है। इस चरण में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मोदी सरकार के मंत्री राधा मोहन सिंह, बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, क्रिकेटर से पॉलिटिशियन बने गौतम गंभीर समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।

2014 के लोकसभा चुनाव में इन 59 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 44 पर कब्जा किया था इसके अलावा कांग्रेस ने 2, टीएमसी ने 8 और अन्य ने पांच सीटें जीती थी। उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से शीला दीक्षित के सामने बीजेपी ने मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है।

दरअसल, इस चरण में आजमगढ़ में सपा चीफ अखिलेश यादव के सामने बीजेपी की ओर से भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, भोपाल में दिग्विजय सिंह के सामने बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने बीजेपी ने डॉ. केपी यादव, उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से शीला दीक्षित के सामने बीजेपी ने मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है। दिलचस्प बात ये है कि इन सभी दिग्गजों के सामने भी मजबूत प्रत्याशी हैं।

Advertisement

भोपाल सीट से दिग्विजय सिंह

भोपाल सीट से कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया है। दिग्विजय सिंह 1993 में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनावी मैदान में उतारा है। उसके बाद वे 2003 तक मुख्यमंत्री रहे। 2003 में बीजेपी की उमा भारती सीएम बनीं। चुनाव हारने के बाद दिग्विजय सिंह ने तय किया कि वे अगले 10 साल तक चुनाव नहीं लड़ेंगे। फिर वे पार्टी के महासचिव बन गए। आंध्र प्रदेश, असम, बिहार और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों की जिम्मेदारी दी गई। जनवरी 2014 में वह मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य चुने गए।

आजमगढ़ से अखिलेश यादव

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार आजमगढ़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। अखिलेश यादव ने 2000 में अपना पहला लोकसभा चुनाव कन्नौज सीट से लड़ा और जीते। इसके बाद वह 2004 और 2009 का चुनाव भी कन्नौज से जीते। 2012 में महज 38 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

मध्य प्रदेश की गुना सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया

47 वर्षीय ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश की गुना संसदीय सीट से लोकसभा सांसद हैं। इस बार फिर वह गुना सीट से ही मैदान में है। 30 सितंबर, 2001 को विमान हादसे में ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया की मौत हो गई। फिर ज्योतिरादित्य राजनीति में आए। 2002 लोकसभा में उन्हें सर्वप्रथम चुना गया, 2004 में 14वीं लोकसभा में उन्हें दोबारा चुना गया।

पूर्वी चंपारण से राधामोहन सिंह

बीजेपी ने राधामोहन सिंह को पूर्वी चंपारण से टिकट दिया है। राधामोहन सिंह ने राजनीति की शुरुआत 1967 में छात्र नेता के तौर पर की। उनके जनसंपर्क और जनजुड़ाव का ही नतीजा है कि वह 1989 से लेकर अब तक 5 बार सांसद रहे।

उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से हंसराज हंस

उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर गायक हंसराज हंस चुनाव लड़ रहे हैं। हंस राज हंस ने 2009 में शिरोमणि अकाली दल से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। पांच साल बाद, 2014 में कांग्रेस ज्वाइन कर ली। फिर 10 दिसंबर 2016 को भाजपा में शामिल हो गए। 2017 में एमसीडी चुनाव में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया।

उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से शीला दीक्षित

कांग्रेस ने शीला दीक्षित को उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से प्रत्याशी बनाया है। 2019 के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की कमान तजुर्बेकार शीला दीक्षित को सौंपी है। 1998 में जिस समय शीला दीक्षित को सोनिया गांधी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया था, उस समय भी कांग्रेस की हालत आज जैसी पतली ही थी।

शीला दीक्षित के खिलाफ बीजेपी ने मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है। 2009 में मनोज तिवारी ने समाजवादी पार्टी की ओर से राजनीति में अपना भविष्य आजमाया पर असफल रहे थे। 2014 में बीजेपी ने उन्हें उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से टिकट दिया और मोदी लहर में मनोज चुनाव जीत गए। इसके बाद उन्हें दिल्ली बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।

पूर्वी दिल्ली सीट से गौतम गंभीर

भाजपा ने पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनावी मैदान में गौतम गंभीर को उतारा है। गंभीर भारत के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी थे। इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने आतिशी मरलेना को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने गंभीर के साथ मुकाबले में अरविंदर सिंह लवली को चुनावी मैदान में उतारा है। बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज गौतम दिल्ली से घरेलू क्रिकेट खेलते थे। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते थे। भारत सरकार ने 2008 में गंभीर को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था। अभी भाजपा के टिकट पर पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनावी मैदान में हैं।

धनबाद सीट से कीर्ति आजाद

हाल में ही कांग्रेस में शामिल हुए कीर्ति आजाद को पार्टी ने धनबाद सीट से प्रत्याशी बनाया है। कीर्ति आजाद ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में बीजेपी विधायक के रूप में दिल्ली की गोल मार्केट विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर की। 1999 में वे लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए। 2009 में वे लोकसभा चुनावों में दोबारा जीते। 31 अगस्‍त 2009 को उन्‍हें मानव संसाधन विकास समिति और 9 जून 2013 से उन्‍हें गृह समिति का सदस्‍य बनाया गया।

इन सीटों पर है चुनाव

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में बिहार की 8 सीटों (वाल्मीकि नगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज), हरियाणा की 10 सीटों (अंबाला, कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार, कर्नल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी–महेन्द्रगढ़, गुड़गांव और फरीदाबाद), झारखंड की 4 सीटों (गिरिडीह, धनबाद, जमशेदपुर और सिंहभूम), उत्तर प्रदेश की 14 सीटों (सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही), मध्य प्रदेश की 8 सीटों, पश्चिम बंगाल की 8 सीटों और दिल्ली की सभी सातों सीटों पर चुनाव होगा।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Campaigning, end Friday, evening with 48-hour, silence period, Sixth Phase, lok sabha elctions 2019, Akhilesh Yadav, Digvijay Singh, gautam gambhir, Sadhvi Pragya thakur, Sheila Dikshit, Radha Mohan Singh, Hans Raj Hans
OUTLOOK 10 May, 2019
Advertisement