छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान नक्सलियों ने किया विस्फोट, आइटीबीपी का एक जवान घायल
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को बाधित करने के लिए नक्सलियों ने एक बड़ी घटना को मानपुर में अंजाम दे दिया है। गुरुवार सुबह वोटिंग के बीच 11.30 बजे नक्सलियों ने मानपुर के ग्राम धब्बा-मेढ़ा के बीच ब्लास्ट किया। इसमें आइटीबीपी का एक जवान घायल हो गया है। नक्सल ऑपरेशन एएसपी गोरखनाथ बघेल ने बताया कि जवान को प्राथमिक उपचार के बाद राजनांदगांव लाया जा रहा है। सुरक्षाबल के जवान रोड ओपनिंग के लिए निकले थे।
साइकिल में रखा था कुकर बम
नक्सल ऑपरेशन एएसपी गोरखनाथ ने बताया कि नक्सलियों ने ग्राम धब्बा और मेढ़ा के बीच साइकिल में कुकर बम रखकर ब्लास्ट किया है। रोड ओपनिंग के लिए निकली आईटीबीपी की पार्टी को निशाना बनाते हुए रिमोट से विस्फोट किया है। फिलहाल जवानों ने सर्चिंग तेज कर दी है। पास के पोलिंग बूथों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ग्रामीणों को रोका था मतदान करने से
बुधवार की रात नक्सलियों ने फरमान जारी करते हुए ग्रामीणों को वोट नहीं डालने की धमकी दी। रास्ता रोककर उन्हें मतदान केंद्र जाने से रोका तो ग्रामीण गुरुवार सुबह दूसरे रास्तेसे वोटिंग करने पहुंच गए। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सुरक्षा कारणों से बूथ क्रमांक का जिक्र नहीं किया जा रहा है। फिलहाल वहां सुरक्षाबल के जवान सर्चिंग में जुट गए हैं। ग्रामीण पूरी सुरक्षा के बीच वोटिंग कर रहे हैं। रिटर्निंग ऑफिसर व कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षाकी तगड़ी व्यवस्था की गई है। नक्सलियों के मंसूबों पर लोगों ने वोट डालकर पानी फेर दिया है।
दो नक्सली मारे गए
छत्तीसगढ़ में चल रहे दूसरे चरण के मतदान के दौरान आज सुबह दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता मिली है। दौलियारका के जंगलों में डीआरजी दंतेवाड़ा और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में फोर्स ने दो नक्सलियों को मार गिराया है, जिसकी पहचान एसीएम वर्गीस और लिंगा के रूप में की गई है। इनमें से एक पांच लाख का इनाम भी था। वहीं नक्सली को मुठभेड़ के दौरान गोली लगी है, फिलहाल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, हिरासत में घायल नक्सली का इलाज चल रहा है।
एसपी अभिषेक पल्लव ने इस घटना की पुष्टि की। मुठभेड़ दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा क्षेत्र में हुई। सर्चिंग के लिए निकले डीआरजी के जवानों ने नक्सलियों की फायरिंग का उत्तर दिया। एसीएसम वर्गीस मलंगिर एरिया कमेटी माओवादी स्टूडेंट विंग प्रभारी था और विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल था। वहीं, लिंगा कटेकल्याण एलओएस का सदस्य था।
पुलिस की टीम ने मौके से एक 315 बोर की राइफल और अन्य विस्फोटक सामग्री, नक्सल कैपिंग सामग्री के साथ एक थूथन लोडिंग राइफल जब्त किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को बड़े नक्सली लीडर के जमावड़े के इनपुट्स मिले थे, जिसकी सूचना के बाद टीम भेजी गयी थी । पुलिस जैसे ही दन्तेवाड़ा के दुवालीकरका के जंगलो में दाखिल हुई, तो थोड़ी दूरी के बाद नक्सलियों की तरफ से गोलियां चलानी शुरू कर दी गई, जिसका मुंहतोड़ जवाब डीआरजी के जवानों ने दिया। काफी देर तक चली गोलीबारी में दो नक्सली ढेर हो गए, जबकि एक नक्सली घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है। ये वही कुआंकोंडा का इलाका है, जहां कुछ दिन पहले नक्सलियों ने विधायक भीमा मंडावी को विस्फोट से उड़ा दिया था।
मतदानकर्मी की मौत
कांकेर लोकसभा के अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान एक मतदानकर्मी की मौत हो गयी। अंतागढ़ के 186 पोलिंग बूथ पर मतदानकर्मी की मौत हुई है। मौत की वजहहार्ट अटैक बतायी जा रही है। मतदानकर्मी का नाम सुकलराम कांगे था। वो कांकेर के ही भानुप्रतापपुर के झोली गांव का रहने वाला था। सुकलराम ने अचानक से बैचेनी कीशिकायत की और फिर अचानक से बेहोश हो गये, जहां से उन्हें तत्काल अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।घटना के बाद रिजर्व पोलिंग कर्मियोंको तत्काल ड्यूटी पर लगा दिया गया, फिलहाल पोलिंग बूथ पर मतदान जारी है, इधर घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरी घटना की जानकारी ली है
इससे पहले कल रायपुर में भी चुनाव ड्यूटी के दौरान एक शिक्षक की मौत हो गई थी। घटना बुधवार की दोपहर का है। शिक्षक का नाम जीसी शर्मा बताया जा रहा है, जो रायपुर केही गंज सरकारी स्कूल में टीचर थे। चुनाव आयोग की तरफ से मतदाता जागरूकता के तहत बांटे जा रहे वोटर पर्ची बांटने का जिम्मा उन्हें दिया गया था। गंज स्कूल में पदस्थशिक्षक जीसी शर्मा आज निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदाता पर्ची बांट रहे थे। उन्हें सुभाष नगर मौहदापारा के बूथ क्रमांक 171, 172 में कार्यरत थे।
नक्सली हमले में विधायक और 4 जवानों की हुई थी हत्या
लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 9 अप्रैल को बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर नक्सलियों ने हमला किए था। इस हमले में विधायक समेत 4 जवान शहीद हो गए थे। यह हमला आईईडी ब्लास्ट से किया गया था। विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमला उस वक्त हुआ था, जब वह चुनाव प्रचार करके लौट रहे थे। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि गाड़ी के परखच्चे तक उड़ गए थे।
घटना के बाद दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि भाजपा विधायक भीमा मंडावी को पुलिस ने इलाके का दौरा नहीं करने की सलाह दी थी। नक्सली हमले में विधायक के अलावा हेड कांस्टेबल छगन कुलदीप, आरक्षक सोमडू कवासी, हेड कांस्टेबल रामलाल ओयमी और वाहन चालक दंतेश्वर मौर्य शहीद हुए थे।