विधानसभा चुनाव: जेडपीएम के सीएम उम्मीदवार लालदुहोमा ने 2982 मतों से दर्ज की जीत, मिजोरम में बदलाव के संकेत!
मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए डाले गए मतों की सोमवार को जारी गणना के बीच जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने सेरछिप सीट 2,982 वोट से जीत ली। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। लालदुहोमा को 8,314 वोट मिले जबकि मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के जे. माल्सावमजुआला वानचावंग को 5,332 वोट मिले
विपक्षी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने 25 सीटों पर जीत हासिल कर ली और 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जबकि सत्तारूढ़ एमएनएफ ने 7 सीट पर जीत दर्ज कर 3 सीटों पर आगे है। बीजेपी ने दो सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। वहीं, कांग्रेस 1 सीट पर लीड कर रही है। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी।
आयोग के मुताबिक, जारी मतगणना के बीच राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री एवं मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के उम्मीदवार लालरुआत्किमा आइजोल वेस्ट-द्वितीय सीट पर जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के उम्मीदवार लालनघिंगलोवा हमार से हार गए। आयोग ने कहा कि जेडपीएम के हमार को 10,398 मत मिले, जबकि लालरुआत्किमा को 5,579 और कांग्रेस के एनगुर्डिंगलियाना को 1,528 वोट मिले। निर्दलीय उम्मीदवार के. लालडिंगलियाना को मात्र 99 मत मिले।
बता दें कि पहले मिजोरम की मतगणना 3 दिसंबर को ही होनी थी, लेकिन राजनीतिक दलों, एनजीओ, छात्र संगठनों और चर्च की अपील के बाद चुनाव आयोग ने इसकी तारीख बदलकर 4 दिसंबर कर दी गई।
दरअसल, मिजोरम में मतगणना रविवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के साथ होनी थी लेकिन विभिन्न राजनीतिक दलों, गैर सरकारी संगठनों, गिरजाघर और छात्र संगठनों की अपील के बाद निर्वाचन आयोग ने इसे स्थगित कर दिया क्योंकि रविवार का दिन ईसाई बहुल मिजोरम के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है।
लियानजेला ने बताया कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती हुई और ईवीएम में पड़े वोट की गिनती सुबह साढ़े आठ बजे से जारी है।
एमएनएफ, जेडपीएम और कांग्रेस ने 40-40 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि बीजेपी ने 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। मिजोरम में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा। इसके अलावा 17 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
राज्य में बहुमत का आंकड़ा 21
मिजोरम में विधानसभा सभी की कुल 40 सीटें हैं। इनमें एक सीट सामान्य वर्ग के लिए और 39 सीटें एसटी (अनुसूचित जनजाति) के लिए आरक्षित हैं। राज्य में किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 21 है।
मतगणना से पहले मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने रविवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी एमएनएफ दोबारा सत्ता में लौटती है तो वह राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए संसाधन जुटाने को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि हम 21 के जादुई आंकड़े को पार करके सरकार बनाने में सक्षम होंगे। हम अन्य दलों की मदद के बिना सरकार बनाएंगे।
वहीं, पूर्व आईपीएस लालदुहोमा अपने दम पर मिजोरम में सरकार बनाने की बात कर रहे हैं। जोरम पिपुल्स मूवमेंट (जेएडपीएम)के प्रमुख और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालदुहोमा ने भ्रष्टाचार, रोजगार और विकास के साथ चुनाव मैदान में उतरे थे। उन्होंने कहा, उनको पूरा विश्वास है कि पार्टी अपने दम पर अकेले सरकार बनाने जा रही है। जबकि कांग्रेस इस बार कई गारंटी के साथ मिजोरम चुनाव में उतरी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता ने कहा कि जनता का साथ कांग्रेस को मिला है। हम सरकार बनाएंगे।
बता दें कि मिजोरम विधानसभा के लिए मतदान सात नवंबर को हुआ था और राज्य के 8.57 लाख मतदाताओं में से 80 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। चुनाव में 18 महिलाओं सहित कुल 174 उम्मीदवार मैदान में हैं।
2018 चुनाव के नतीजे
एमएनएफ ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 26 सीटें हासिल की थीं। जेडपीएम ने आठ सीटें और कांग्रेस ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थीं। बीजेपी ने एक सीट जीतकर अपना खाता खोला था। इसके बाद हुए उपचुनावों में एमएनएफ ने दो और सीटें जीती थीं।