दिल्ली चुनावः प्रचार बंद, अब आठ फरवरी को मतदाता करेंगे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए गुरुवार शाम छह बजे प्रचार थम गया। अब उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आठ फरवरी को दिल्ली की जनता करेगी। 11 फरवरी को नतीजे आएंगे। अब मतदान खत्म होने तक कोई भी राजनीतिक दल व उम्मीदवार चुनाव प्रचार नहीं कर सकते। प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा ने जहां पूरी ताकत झोंक दी। वहीं, अंतिम दिनों में कांग्रेस ने भी काफी रफ्तार पकड़ी।
आप के प्रचार की कमान सीएम और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने संभाल रखी थी। मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज, सत्येन्द्र जैन और अमानतुल्लाह खान जैसे कई चेहरों ने भी जमकर वोट मांगे। भाजपा ने चुनावों में पूरी ताकत झोंक दी।
पूर्वांचल वोटरों के लिए उतारे चर्चित चेहरे
भाजपा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, नीतीश कुमार समेत कई स्टार प्रचारकों को तो मैदान में उतारा तो पीएम मोदी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी धुंआधार रैली और नुक्कड़ सभाएं की। भाजपा ने पूर्वांचल के वोटरों को ध्यान में रखते हुए भोजपुरी सिनेमा के भी कई चर्चित चेहरों को चुनाव प्रचार में उतारा।
राहुल-प्रियंका ने भाजपा को घेरा
आखिरी दौर में कांग्रेस ने भी प्रचार में रफ्तार पकड़ी और पार्टी के बड़े चेहरे मैदान में उतरते नजर आए। अंतिम दिनों में राहुल और प्रियंका ने भी जमकर प्रचार किया और जनसभाएं कीं। उन्होंने इस दौरान भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधा तो आप पर भी कई आरोप लगाए।
बता दें कि दिल्ली में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच है। पिछली बार 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीटें मिली थीं जबकि भाजपा को केवल तीन सीटें ही मिली थीं। हालांकि, 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने सभी 7 सीटों पर कब्जा जमाया।