श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला की जीत लगभग तय
विस्थापितों के मतों की गणना उसी वक्त जम्मू, उधमपुर और नई दिल्ली में की जाएगी। उल्लेखनीय है श्रीनगर संसदीय सीट सितंबर 2016 में तत्कालीन सांसद तारिक हमीद करा के इस्तीफे से खाली हुई थी। इसका उपचुनाव गत नौ अप्रैल को हुआ था, लेकिन बड़गाम में उस समय हुई व्यापक हिंसा का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने 13 अप्रैल को 38 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराया।
सेंट्रल कश्मीर के तीन जिलों श्रीनगर, बड़गाम और गांदरबल के 15 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में फैले इस संसदीय क्षेत्र में मात्र 7.13 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। एक लाख से भी कम मतदाताओं ने इस बार वोट डाला है।
फारूक ने साल 2014 में भी इस सीट पर चुनाव लड़ा था। उन्हें अपने सियासी करियर में पहली बार पीडीपी के उम्मीदवार तारिक हमीद करा से हार का मुंह देखना पड़ा था। तारिक करा ने 157923 और फारूक अब्दुल्ला ने 115643 वोट हासिल किए थे।