पूर्ण राज्य का दर्जा मिला तो देंगे 85 फीसदी आरक्षण-गुगन सिंह
शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के साथ ही बुनियादी सुविधाओं के सहारे लोकसभा में पहुंचने की आस लगाए उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुगन सिंह का कहना है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद राज्य के लोगों को नौकरियों में 85 फीसदी आरक्षण का रास्ता साफ हो जायेगा। उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट दिल्ली की इकलौती आरक्षित सीट है, जो 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर तीनों मुख्य दलों ने इस बार नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है। निर्वाचन आयोग के 2009 के आंकड़ों के अनुसार इस संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता 17,98,181 हैं, जिनमें 7,95,511 महिलाएं और 10,02,670 पुरुष हैं।
मुकाबला इसलिए भी दिलचस्प हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने डॉ. उदित राज की जगह सूफी गायक हंसराज हंस को टिकट दिया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने राखी बिड़लान की जगह स्थानीय नेता गुगन सिंह को उतारा है। कांग्रेस ने राजेश लिलोठिया को उम्मीदवार बनाया है। एक दूसरे को चुनौती देने से मुकाबला यहां भी त्रिकोणीय है। सांसद चुने जाने पर गुगन सिंह की क्या प्राथमिकताएं होंगी? के साथ ही अन्य मुद्दों पर आउटलुक के वरिष्ठ संवाददाता आर. एस. राणा ने उनसे बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश।
आप लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो पहले पांच काम क्या करेंगे?
चुनाव जीतने पर हम पहले पांच नहीं दस काम करेंगे, इनमें मुख्यत: शिक्षा, रोजगार और अस्पातलों का निर्माण करना हैं। इसके अलावा दिल्ली में परिवहन की व्यवस्था में सुधार करना है। उन्होंने बताया कि हमारी प्राथमिकताओं में आम आदमी को बुनियादी सुविधाएं देना है। स्थानीय उम्मीदवार होने के कारण हमें अपने क्षेत्र की समस्याओं का बखूबी पता है।
आपकी पार्टी ने घोषणापत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को प्रमुखता से रखा है, इससे क्या फायदा होगा?
दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना हमारी पार्टी का पहला लक्ष्य है। जिस तरह से पड़ोसी राज्यों हरियाणा आदि में पूर्ण राज्य होने के कारण नोकरियों में आरक्षण मिलता है, इसी तरह से दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने पर स्थानीय लोगों के लिए 85 फीसदी तक नौकरियों में आरक्षण करना आसान होगा। अधूरा राज्य होने के कारण यह संभव नहीं है। यही हाल यहां के स्कूल, कालेजों में पढ़ने वाले बच्चों का है। यदि यह पूर्ण राज्य हो जाए तो बच्चों को स्कूल और कालेजों में ज्यादा दाखिला मिलेगा।
आपके क्षेत्र में प्रमुख समस्याएं क्या हैं?
हमारे क्षेत्र में समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं, अच्छी शिक्षा और रोजगार के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। दिल्ली देहात में पेयजल की दिक्कत है। भाजपा के मौजूदा सांसद ने कोई काम ही नहीं किया, क्योंकि भाजपा उन्हें आयात करके लाई थी, अब उनका निर्यात कर दिया गया है। इसी तरह से अब दूसरे उम्मीदवार को भाजपा ने आयात कर लिया है। बाहरी उम्मीदवार होने के कारण उन्हें क्षेत्र की समस्याओं का पता ही नहीं है। उनका पेशा गायकी है, अत: गायकी के बारे में उनको ज्यादा जानकारी होगी। इसलिए जो स्थानीय नेता हैं उन्हें अपने क्षेत्र की समस्याओं का ज्यादा पता है।
आपके क्षेत्र में एक बड़ा वर्ग किसानों का है, किसानों के लिए आपकी क्या प्राथमिकताएं हैं?
आम आदमी पार्टी किसानों को उनकी फसलों का मूल्य स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार लागत का डेढ़ गुना देने की घोषणा पहले ही कर चुकी है, इसके लिए एक कमेटी का गठन कर रखा है। अत: जैसे ही कमेटी की रिपोर्ट आ जायेगी इसे लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं होने के कारण ही दिल्ली के किसानों को टयूबवेल के बिजली कनेक्शन लेने या फिर कृषि उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी आदि का लाभ नहीं मिल पाता है।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन हो जाता, तो क्या आपको फायदा होता?
यह सब हाईकमान के हाथ में है, वैसे आम आदमी पार्टी देश के विकास के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है। यह बात दिल्ली की जनता भी जानती है, इसलिए दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी के साथ है। दिल्ली की जनता को पता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ही देश का विकास कर सकती है।