गोवाः कांग्रेस ने जारी की 9 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट, जानें भाजपा के पूर्व मंत्री को कहां से बनाया उम्मीदवार
कांग्रेस ने 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव के लिए नौ और उम्मीदवारों की तीसरी सूची मंगलवार को जारी कर दी की और ऐसे नेताओं को मैदान में उतारा जो पहले भाजपा और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में थे। भाजपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले पूर्व राज्य मंत्री माइकल लोबो का भी नाम है। उन्हें कालानगुटे विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है जबकि टीएमसी से आए लवूममलेकर मरकाइम विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया हैं।
टिकटों की घोषणा पार्टी के मुख्य चुनाव प्रभारी और महासचिव मुकुल वासनिक ने की। पूर्व निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर भी अपनी पारंपरिक विधानसभा सीट सेंगुम से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस में शामिल होने के लिए सदन से इस्तीफा दे दिया था।
मेघश्याम राउत को बिचोलिम से, अमन लोतलीकर को तिविम से, विकास प्रभुदेसाई को पोरवोरिम से, एंथनी फर्नांडीस को सेंट आंद्रे और जनार्दन भंडारी को कानाकोना से उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धर्मेश सगलानी सांखालिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत कर रहे हैं।
मुख्य विपक्षी दल ने अब तक 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए एक चरण के चुनाव के लिए 24 उम्मीदवारों के लिए पार्टी टिकट की घोषणा की है। सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी पहले ही गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा कर चुकी है, जो एक क्षेत्रीय संगठन है। गोवा में कांग्रेस उम्मीदवारों की यह तीसरी सूची है।
कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनावों में इस छोटे से तटीय राज्य में 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। हालांकि, भाजपा, जो उस समय सीटों के मामले में दूसरे नंबर पर थी, ने गोवा में अपनी सरकार बनाने के लिए जल्दी ही छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ गठबंधन किया।
इससे पहले गोवा विधानसभा चुनाव में मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच है होने का जिक्र करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने उनके इस आकलन की “पुष्टि” कर दी है कि आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) केवल गैर-भाजपा मतों को “विभाजित” करेंगे। उनकी यह टिप्पणी आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल की उस टिप्पणी के एक दिन बाद आई है कि अगर गोवा में 14 फरवरी के विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश आता है तो उनकी पार्टी गठबंधन सरकार का हिस्सा बनने के लिए तैयार है।