कांग्रेस में इस्तीफे का दौर जारी, अब गुजरात नेता विपक्ष परेश धनानी ने की इस्तीफे की पेशकश
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद से पार्टी में इस्तीफों का दौर जारी है। अब गुजरात में कांग्रेस की हार के बाद परेश धनानी ने नेता विपक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है। परेश धनानी ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है। हालांकि धनानी का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं किया गया।
गुजरात में पार्टी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। 12 राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन शून्य रहा है। पार्टी का यहां खाता भी नहीं खुला। अब तक विभिन्न प्रदेशों के 14 वरिष्ठ नेताओं ने अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेज दिया है।
ये भी दे चुके हैं इस्तीफा
इससे पहले गुरदासपुर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार सनी देओल के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है।
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार, असम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य प्रभारी आरपीएन सिंह को उन्होंने अपना इस्तीफा भेजा है। कांग्रेस ने झारखंड में सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल की। जबकि भाजपा ने 11 सीट जीती हैं। झारखंड की 14 सीटों पर महागठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे के तहत कांग्रेस ने सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से सिर्फ सिंहभूम की सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा ने जीत दर्ज की। वहीं, उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण भी अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेज चुके हैं।
राहुल गांधी भी इस्तीफा देने पर अड़े
चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं। अब पार्टी के नेता उन्हें मनाने के लिए उनसे मुलाकात कर रहे हैं। मंगलवार को बहन प्रियंका गांधी, अहमद पटेल, सचिन पायलट और अशोक गहलोत समेत कई बड़े नेता ने राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की।
कांग्रेस कार्यसमिति को में ही की थी इस्तीफे की पेशकश
गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दौरान अपना इस्तीफा पहले ही दे दिया था, लेकिन इसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया था। सीडब्ल्यूसी, जो पार्टी का शीर्ष निर्णय लेने वाला निकाय है, ने पार्टी में संरचनात्मक परिवर्तन करने के लिए राहुल गांधी को अधिकृत किया है।
हार के बाद पार्टी में उथल-पुथल
भारी चुनावी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस को आंतरिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ा है। पार्टी एक गंभीर अस्तित्व के संकट से जूझ रही है, कर्नाटक और राजस्थान दोनों राज्यों में इनकी सरकारें इस कगार पर हैं कि बीजेपी दोनों राज्यों में सत्ता हासिल करने की कोशिश कर सकती है।