खट्टर पेश कर सकते हैं सरकार बनाने का दावा, 8 निर्दलीय विधायकों के समर्थन की उम्मीद
हरियाणा विधानसभा चुनाव की स्थिति लगभग साफ हो गई है। राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बन रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि बहुमत का आंकड़ा उससे दूर है। इसी बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्या से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, 8 निर्दलीय विधायक भाजपा के साथ जा सकते हैं। सिरसा से गोपाल कांडा और रानिया से रंजीत चौटाला ने भाजपा को समर्थन देने की बात कही है। वहीं, सीएम खट्टर शुक्रवार को भाजपा विधायकों के साथ बैठक करने वाले हैं।
राज्य में कांग्रेस ने जबरदस्त वापसी की है और जेजेपी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐसे में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए सहयोगियों की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि कौन किसके साथ जाएगा, इस पर सस्पेंस बना हुआ है। इससे पहले मनोहर लाल खट्टर को बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से बात की है। हुड्डा ने सभी विपक्षी दलों से साथ आने की अपील की है। इस बीच जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की और निर्दलीय विधायकों की भूमिका काफी अहम हो गई है। राज्य में 21 अक्टूबर को मतदान हुआ था।
हरियाणा के नतीजे:
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2014 2019 भाजपा 47 40 कांग्रेस 15 31 इनेलो 19 1 जेजेपी 1 10 अन्य 8 8 90 90
हुड्डा ने जीत दर्ज की
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने गढ़ी सांपला किलोई से चुनाव जीत लिया है। उन्होंने कहा कि जनमत वर्तमान सरकार के खिलाफ है। उन्होंने जेजेपी, बीएसपी, इनेलो और निर्दलीय उम्मीदवारों को साथ आने की अपील की।
इन दिग्गजों को मिली हार
हरियाणा में कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला कैथल सीट से चुनाव हार गए हैं। हरियाणा के वित्त मंत्री और कद्दावर बीजेपी नेता कैप्टन अभिमन्यु नारनौंद से चुनाव हार गए हैं। कैप्टन के अलावा हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला भी चुनाव हार चुके हैं।
हुड्डा की अपील सब साथ आएं
हरियाणा कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भपिंदर सिंह हुड्डा ने नतीजों के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी के खिलाफ बाकी दलों से समर्थन मांगा। हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार के खिलाफ मत है, सभी दल मिलकर सरकार बनाएंगे और अच्छी सरकार चलेगी। उन्होंने कहा कि जेजेपी, निर्दलीय विधायक और इंडियन नेशनल लोकदल मिलकर सरकार बनाएं। उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि प्रत्येक को सम्मानजनक स्थान दिया जाएगा।
किंग मेकर नहीं किंग बनना चाहता हूं: दुष्यंत चौटाला
आउटलुक से बातचीत के दौरान जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वे किंग मेकर नहीं बल्कि किंग बनना चाहते हैं।
वादे बनाम अनुच्छेद 370
कांग्रेस ने हर वर्ग को लुभाने के लिए वादों की झड़ी लगा दी। हुड्डा ने घोषणा की कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो पहला फैसला किसानों के कर्ज माफ करना का ही होगा। इस घोषणा ने किसानों पर खासा असर डाला। यही नहीं, कांग्रेस ने बुजुर्गों को पेंशन देने और दूसरी कई सुविधाओं के वादे किए। इसके विपरीत, भाजपा ने कश्मीर के अनुच्छेद 370 के भावनात्मक मुद्दे से वोटों की बारिश होने की उम्मीद लगाई है। इसी वजह से उसने कोई बड़ी वादे करने के बजाय स्वच्छ प्रशासन पर जोर दिया। उसने कोई बड़ा वादा नहीं किया।
किसने की कितनी रैलियां
हरियाणा में प्रधानमंत्री मोदी ने 7 रैलियां कीं। यहां अमित शाह ने 5 जनसभाएं कीं। मुख्यमंत्री खट्टर ने 77 जनसभाओं को संबोधित किया। वहीं, दूसरी ओर राहुल ने सिर्फ 2 रैलियां कीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने 28 जनसभाएं की और सबसे ज्यादा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 120 सभाएं कीं। कांग्रेस ने छोटी-बड़ी 213 जनसभाएं कीं।