लोजपा के बाद अब भाजपा में विद्रोह, दो विधायक नीतीश से मिले
बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अपने सहयोगी दलों से लंबी माथापच्ची के बाद सीटों पर समझौता कर पाने में सफल हुई भाजपा को आज अपने ही दो विधायकों ने झटका दे दिया है। विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली ही लिस्ट जारी की है कि पार्टी के अंदर से विद्रोह के स्वर उभरने लगे। उम्मीदवारों की इस पहली लिस्ट पर ही पार्टी में विवाद खड़ा हो गया है। अपने टिकट कटने से नाराज भाजपा के दो विधायक बगावत का बिगुल फूंकते हुए विरोध पर उतर आए हैं। भागलपुर के पीरपैंती से भाजपा विधायक अमन पासवान ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। वहीं भागलपुर के ही नाथनगर से विधायक अजय मंडल के भी नीतीश कुमार से मिलने की खबर है। चर्चा है कि दोनों ही विधायक भाजपा छोड़ जदयू में जा सकते हैं। मंगलवार को भाजपा ने अपने 43 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में पांच वर्तमान विधायकों का पत्ता साफ हो गया है। कहा जा रहा है कि अभी और कई नेता पार्टी के फैसले के विरोध में जा सकते हैं।
वहीं सीट बंटवारे से एनडीए के अन्य घटक दलों में भी बगावत के सुर उभरने लगे हैं। वैशाली से लोजपा के सांसद और लंबे समय से रामविलास के सहयोगी रहे रामा सिंह ने भी सीट बंटवारे के निर्णय में अनदेखा किए जाने को लेकर पार्टी के अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। खुद रामविलास के बेटे और लोजपा पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान सीटों के बंटवारे से नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अब भी सीटों के बंटवारे में बेहतर हिस्सेदारी के लिए लगातार भागदौड़ कर रहे हैं। खबर है कि मांझी आज फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर रहे हैं।
सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में नाराजगी से भाजपा इनकार कर रही है। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि रालोसपा समेत कोई भी दल सीट बंटवारे से नाखुश नहीं है। हम सब एकजुट हैं। लेकिन भाजपा के ही दो विधायकों के नीतीश कुमार से मुलाकात करने से साफ दिख रहा है कि बिहार भाजपा समेत पूरे एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।