छठ के बाद हो सकता है नीतीश सरकार का शपथ ग्रहण
बिहार विधानसभा चुनावों का परिणाम आने के बाद अब बारी है नई सरकार के शपथ ग्रहण की। अंतिम कार्यक्रम की घोषणा होना अभी बाकी है। इस पर अंतिम फैसला लालू यादव और नीतीश कुमार मिलकर करेंगे। शपथ ग्रहण की तारीख के साथ-साथ मंत्रिमंडल के आकार को लेकर भी कयास लगने शुरू हो गए हैं। सरकार और उसके चेहरों को लेकर अटकले तेज हो गईं हैं। चर्चा है कि चुनावों में सबसे अधिक सीटें हासिल करने वाली पार्टी राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद खुद भले ही मुख्यमंत्री नहीं बनें लेकिन उनके बेटे तेजप्रताप बिहार के उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं। हालांकि इस पर फैसला लालू यादव ही करेंगे। जानकारी के अनुसार कांग्रेस भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकती है। ऐसा होने पर 25 सालों बाद बिहार की किसी सरकार में कांग्रेस शामिल होगी।
यह लगभग तय माना जा रहा है कि सरकार में राजद के मंत्रियों की संख्या ज्यादा होगी। अगर सूत्रों की मानें तो मंत्रिमंडल में प्रत्येक 5 विधायक पर एक मंत्री का फार्मूला अपनाया जाएगा। इस अंदाजे से नई सरकार में 34 से 36 मंत्री हो सकते हैं। सरकार में आरजेडी से 16 मंत्री, जबकि जेडीयू से 14 -15 मंत्री होंगे। कांग्रेस से भी 5 मंत्री सरकार में शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने 80, जदयू ने 71 और कांग्रेस ने 27 सीटें जीती हैं।
छठ पूजा बिहार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। इस दौरान जनजीवन अस्त व्यस्त रहता है। इसलिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम को छठ के बाद पटना के गांधी मैदान में आयोजित करने की बात कही जा रही है। शपथ ग्रहण कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित होने की संभावना है। कार्यक्रम में देश भर के कई बड़े नेताओं को निमंत्रण दिया जाएगा। खबर है कि कार्यक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल भी आ सकते हैं। मेहमानों के बारे में अगले दो-तीन दिनों में अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। बिहार में जारी आदर्श चुनाव आचार संहिता 11 नवंबर को खत्म होगी और पिछली विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म होना है इसलिए फिलहाल नई सरकार के शपथ ग्रहण के लिए कोई जल्दबाजी नहीं है।