पश्चिम बंगाल चुनाव: तीसरे चरण के लिए एक लाख सुरक्षाकर्मी तैनात
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव आयोग कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। तीसरे चरण में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए आयोग ने रिकॉर्ड सुरक्षा बलों की तैनाती की है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के करीब 75,000 जवानों वाली लगभग 700 कंपनियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। निर्देशों के मुताबिक, मतदाताओं में विश्वास पैदा करने के लिए वह अपने इलाके में मार्च निकाल रहे हैं। स्थानीय भाषा या भौगोलिक स्थिति से अनभिज्ञ इन 75,000 अर्द्धसैनिक बल के जवानों की सहायता के लिए 25,000 राज्य पुलिस बल के जवानों को भी मुस्तैद किया गया है। सभी मतदान परिसरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय बलों के कंधों पर होगी जबकि स्थानीय भाषा को समझने वाले लाठी से लैस राज्य पुलिस बल के जवान कतार प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य पुलिस को मतदान केंद्र के भीतर गंभीर स्थितियों में तभी प्रवेश दिया जाएगा जब पीठासीन अधिकारी ऐसा चाहेंगे। इसी तरह केंद्रीय बलों के हर एक मोबाइल यूनिट की मदद के लिए राज्य पुलिस के एक जवान की भी सहयता ली जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि असम में मतदान समाप्त होने के कारण वहां तैनात सुरक्षा बलों के अब पश्चिम बंगाल आ जाने के चलते बलों की संख्या में बढ़ोत्तरी संभव हुई है। अर्द्धसैनिक बलों की बढ़ोत्तरी को देखते हुए वाहनों पर साफ शब्दों में सेंट्रल फोर्सेज लिखा गया है। इसके अलावा उनके वाहनों में हूटर या साइरन भी लगाया गया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तीसरे महत्वपूर्ण चरण में 62 सीटों के लिए मतदान गुरुवार को होगा जिसमें कोलकाता की भी सात विधानसभाएं शामिल हैं। तीसरे चरण में मुर्शिदाबाद, नदिया, बर्दवान जिलों और उत्तरी कोलकाता में फैली 62 सीटों के लिए 34 महिलाओं समेत 418 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला 1.37 करोड़ मतदाताओं के हाथ में होगा। कल सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक 16461 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा और 65,79,331 महिलाओं समेत कुल 1,37,13,594 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस चरण में प्रमुख उम्मीदवारों में तृणमूल कांग्रेस सरकार के मंत्री शशि पांजा और साधन पांडे, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, पांच बार कांग्रेस के विधायक रहे मोहम्मद सोहराब, माकपा विधायक अनिसुर रहमान और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी नजरूल इस्लाम हैं। चुनाव आयोग ने इस चरण में 3401 क्षेत्रों को संवेदनशील चिन्हित किया है।