दिल्ली के त्रिनगर से AAP उम्मीदवार जितेंद्र सिंह तोमर का टिकट काटकर पत्नी प्रीति तोमर को दिया
आम आदमी पार्टी (AAP) ने त्रिनगर विधानसभा सीट के अपना उम्मीदवार बदल दिया है। पहले पार्टी ने इस सीट से पूर्व मंत्री और विधायक जितेंद्र सिंह तोमर को टिकट दिया था। लेकिन अब उनकी जगह उनकी पत्नी प्रीति तोमर को उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया गया है। प्रीति तोमर ने त्रिनगर सीट पर नामांकन भी दाखिल कर दिया है। पार्टी ने सभी 70 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, जिनमें से 67 ने नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि बाकि के तीन लोग मंगलवार को नामांकन दाखिल करेंगे।
दरअसल दिल्ली हाईकोर्ट ने चुनावी हलफनामे में शैक्षणिक योग्यता की गलत जानकारी देने के मामले में जितेंद्र सिंह तोमर का 2015 का चुनाव रद्द कर दिया था। इसके बाद भाजपा ने भी तोमर के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की। हालांकि पार्टी के सूत्रों का कहना है कि तोमर के 2020 का चुनाव लड़ने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए ही यह फैसला लिया गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि विधायकों को लेकर जो सर्वे किया गया था, उसमें तोमर के कामकाज से जनता ने संतोष प्रकट किया था, जिसके चलते उन्हें दोबारा टिकट दिया गया।
जितेंद्र सिंह का टिकट काटकर पत्नी को दिया
आम आदमी पार्टी (आप) ने त्रिनगर से अपने मौजूदा विधायक और आगामी चुनाव में उम्मीदवार जितेंद्र सिंह तोमर का टिकट काट दिया है। अब त्रिनगर से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार जितेंद्र सिंह तोमर की पत्नी प्रीति तोमर होंगी। प्रीति तोमर ने त्रि नगर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर सोमवार को पर्चा दाखिल कर दिया।
हाई कोर्ट ने रद्द की जितेंद्र सिंह तोमर की विधायकी
दरअसल शुक्रवार को फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने जितेंद्र सिंह तोमर की विधायकी रद्द कर दी थी। जितेंद्र सिंह तोमर पर आरोप था कि उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में खुद को लॉ ग्रेजुएट घोषित किया है जबकि जांच में पाया गया कि उनकी डिग्री फर्जी है इसलिए दिल्ली हाईकोर्ट ने उनको अयोग्य घोषित कर दिया।
जितेंद्र सिंह तोमर फरवरी 2015 में केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री बने थे, लेकिन जून 2015 में दिल्ली पुलिस ने उनको फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
विपक्ष लगा सकता था आरोप इसलिए पार्टी ने किया ये फैसला
जितेंद्र सिंह तोमर का टिकट काटने पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि क्योंकि तोमर पर हाई कोर्ट का फैसला आ गया था और आने वाले समय में विपक्ष इसको लेकर हम पर आरोप लगा सकता था इसलिए पार्टी ने फैसला किया है की तोमर की जगह उनकी पत्नी उम्मीदवार होंगी।
दिल्ली की 70 सीटों पर 8 फरवरी को होना है चुनाव
दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान होगा जबकि नतीजे 11 फरवरी को घोषित होंगे। इस बार ‘आप’ ने अपने काम के दम पर जनता से वोट मांगा है। पार्टी को उम्मीद है कि वह अपनी मुफ्त योजनाओं के दम पर एक बार फिर जीत हासिल करेगी। इससे पहले 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें हासिल की थीं। जबकि भाजपा को महज 3 सीटें ही मिली थीं और कांग्रेस के हाथ एक भी सिट नहीं आई थी।