चुनाव से पहले हुआ ध्रुवीकरण तेज
इन चुनावों में दिल्ली के मतदाताओं में वर्गीय अंतर साफ दिखाई दे रहा है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए सीधे-सीधे आप पर हमला बोलने को कहा है।
दिल्ली में गरीब तबका, खासतौर पर झुग्गी बस्ती में रहने वाला, ठेले-खोमचे लगाने वाला, खुल कर आप के साथ खड़ा हुआ है, वहीं मध्यम वर्ग अभी खामोश है और अपने पत्ते नहीं खोल रहा है। भाजपा ने आप को अपने सीधे निशाने पर ले रखा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमति शाह ने कल सीधे-सीधे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके कहा कि आप को निशाने पर लें, उस पर सीधे हमला बोलें।
भाजपा में किस कदर बैचेनी है यह इस बात से जाहिर है कि अमित शाह ने एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि दिल्ली चुनावों को के नतीजों को नरेंद्र मोदी सरकार के बीते आठ महीनों का जनमत संग्रह नहीं माना जाना चाहिए। इस इंटरव्यू में अमित शाह ने यह भी कहा कि कालेधन की वापसी के बाद हर परिवार के खाते में १५ लाख रुपये आने वाला मोदी का बयान सिर्फ एक सियासी जुमला था।
जिस तरह से भाजपा मतदान से एक दिन पहले रक्षात्मक बैटिंग करने लगी है, उससे लग रहा है कि वह अब तक दिल्ली को लेकर बहुत आश्वस्त नहीं हो पा रही है। हालांकि आप के लिए रास्ता आसान नहीं है क्योंकि लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सातों सीटें भाजपा के पास गई थी और केंद्र में सरकार होने से उसकी पूछ और पहुंच दोनों में कई गुना बढ़त है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ठोस आधार भी पूरी सक्रिय है। केंद्रीय मंत्रीमंडल के तमाम नेताओं के साथ-साथ भाजपा शासति राज्यों की टीम भी उतरी हुई है त्रिलोकपुरी में कुछ महीने पहले ही सांप्रदायकि तनाव फैलने के बावजूद भाजपा को मन माफिक ध्रुवीकरण नहीं मिल पाया है। यहां बड़ी संख्या में लोग आप के पक्ष में मन बनाए हुए हैं।