कांग्रेस की विस्तारित कार्य समिति की बैठक में लोकसभा, विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा
कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने लगातार दूसरे दिन रविवार को पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अगले लोकसभा और तेलंगाना समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति, संगठन को मजबूत बनाने तथा कुछ अन्य विषयों पर चर्चा की।
पार्टी की पुनर्गठित कार्य समिति की पहली बैठक शनिवार को हुई थी और रविवार को विस्तारित कार्य समिति की बैठक हो रही है। विस्तारित कार्य समिति में कार्य समिति के सदस्यों, विशेष आमंत्रित सदस्यों, स्थाई आमंत्रित सदस्यों के अलावा पार्टी की प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष, विधायक दल के नेता, संसदीय दल के पदाधिकारी तथा केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य शामिल होते हैं।
विस्तारित कार्य समिति की रविवार की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस की प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष तथा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता हिस्सा ले रहे हैं।
इससे पहले, शनिवार को हुई कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की पहल को वैचारिक एवं चुनावी सफलता दिलाने का संकल्प लिया था। पार्टी ने कहा था कि वह यह सुनिश्चित करना चाहती है कि देश विभाजनकारी और ध्रुवीकरण की राजनीति से मुक्त हो तथा लोगों को एक पारदर्शी, जवाबदेह एवं जिम्मेदार केंद्र सरकार मिले।
पार्टी ने सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में ‘इंडिया’ गठबंधन के पक्ष में प्रस्ताव पारित करने के साथ ही केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि 18 सितंबर से आरंभ हो रहे संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित किया जाए।
कार्य समिति में पारित प्रस्ताव में जातिगत जनगणना की मांग भी उठाई गई है और कहा गया है कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए आरक्षण की मौजूदा अधिकतम सीमा बढ़ाई जाए।
हैदराबाद के एक पंच सितारा होटल में शनिवार को सीडब्ल्यूसी की कई घंटे तक हुई बैठक के बाद 14 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, किसानों की समस्याओं, चीन के साथ सीमा विवाद, अडाणी समूह से जुड़े मामले तथा कई अन्य मुद्दों का उल्लेख किया गया।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मणिपुर हिंसा, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में सांप्रदायिक तनाव की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि देश गंभीर आंतरिक चुनौतियों से घिरा हुआ है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आग में घी डालने का काम कर रही है।
कांग्रेस की विस्तारित कार्य समिति की रविवार की बैठक के बाद शाम के समय में हैदराबाद के पास एक जनसभा आयोजित की जाएगी, जिसे खरगे, सोनिया, राहुल और कई अन्य नेता संबोधित कर सकते हैं।
कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। इस कार्य समिति में सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है।