Advertisement
30 April 2019

जानें बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर की पूरी कहानी, जो वाराणसी से PM मोदी को देंगे टक्कर

File Photo

दो साल पहले सेना में खराब खाने की शिकायत करके सुर्खियों में आए जवान तेज बहादुर यादव को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने वाराणसी से अपना आधिकारिक प्रत्याशी घोषित कर दिया है। तेज बहादुर वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टक्कर देंगे।

इससे पहले सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से वाराणसी से प्रत्याशी घोषित हुई शालिनी यादव को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि तक अपना नाम वापस लेना पड़ सकता है। पहले तेज बहादुर के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पीएम मोदी को चुनौती देने की बात सामने आई थी लेकिन अब वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

2017 में वायरल हुआ था तेज बहादुर का ये वीडियो

Advertisement

साल 2017 में तेज बहादुर यादव बीएसएफ कैंप के भोजन का वीडियो फेसबुक पर पोस्ट कर सुर्खियों में आए थे। वीडियो में तेज बहादुर ने खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे। उन्होंने बताया था कि सीमा पर मौजूद जवान को खाने में क्या मिलता है और कितना मिलता है। बीएसएफ जवान का ये वीडियो सोशल मीडिया पर कुछ ही मिनटों में आग की तरह फैल गया था। तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला यादव ने पति के ऊपर लगे आरोपों और बीएसएफ में खराब खाना मिलने की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।

तेज बहादुर ने खराब खाने और राशन घोटाले का लगाया था आरोप

बीएसएफ के जवान तेज बहादुर ने वीडियो में खराब खाने और राशन घोटाले का आरोप लगाया था। तेज बहादुर ने फेसबुक पर डाले अपने वीडियो में सरकार को लेकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन बीएसएफ के अधिकारियों पर बदइंतजामी के आरोप जरूर लगाए थे।

तेज बहादुर ने वीडियो में कहा था, ‘देशवासियों मैं आपसे एक अनुरोध करना चाहता हूं। हम लोग सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक, लगातार 11 घंटे इस बर्फ में खड़े होकर ड्यूटी करते हैं। कितनी भी बर्फ हो, बारिश हो, तूफान हो, इन्‍हीं हालातों में हम ड्यूटी कर रहे हैं’। सोशल मीडिया पर अपने संदेश को डालते हुए तेज बहादुर ने अपील की है कि उसके दर्द को देश समझे।'

20 साल की ड्यूटी में तेज बहादुर को इतनी बार मिल चुकी है सजा  

अपनी 20 साल तक की ड्यूटी में तेज बहादुर पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम, त्रिपुरा, में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। पिछले बीस साल की सेवा में तेज बहादुर यादव को चार बार कड़ी सजा मिल चुकी है, जिसके तहत उन्हें क्वार्टर गार्ड में भी रखा जा चुका है। बताया जाता है कि तेज बहादुर पर नशे में ड्यूटी करना, सीनियर का आदेश न मानना, बिना बताए ड्यूटी से गायब रहना और कमांडेंट पर बंदूक तानने तक का भी आरोप लग चुका है।

जवान की शिकायत पर क्या बोला था गृह मंत्रालय

गृह मंत्रालय ने पीएमओ को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा था, 'बीएसएफ जवान की उस शिकायत में कोई दम नहीं नजर आया है, जिसमें कहा गया है कि सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को घटिया राशन दिया जाता है। साथ ही इस पर जोर दिया गया है कि ‘सुरक्षाबलों के खाने को लेकर कोई व्यापक असंतोष नहीं है।'

अपनी रिपोर्ट में गृहमंत्रालय ने पीएमओ से कहा था कि अर्धसैनिक बलों की किसी भी चौकी पर राशन की कमी नहीं है और नियमित रूप से क्वालिटी की जांच की जाती है।

भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठाई तो मुझे सजा दी गई: तेज बहादुर

लोकसभा चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद तेज बहादुर यादव ने कहा था, ‘भ्र्ष्टाचार की आवाज उठाने की सजा मुझे सेना से बर्खास्त करके दी गई। पीएम मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात करते थे, उन्ही को देखते हुए मैंने सेना में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठाई थी, लेकिन मुझे बर्खास्त करके सजा दी गई।’

तेज बहादुर यादव ने आगे कहा, ‘अब मैं वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़कर फिर से देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने की आवाज उठाऊंगा।’

 

इसी साल तेज बहादुर यादव के बेटे ने की थी खुदकुशी

 

इस साल के शुरुआती महीने यानी जनवरी में 17 तारीख को तेज बहादुर यादव के बेटे ने खुदकुशी कर ली थी। पूर्व बीएसएफ जवान के बेटे ने अपने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी। जिस दौरान यह घटना हुई उस सम तेज बहादुर यादव घर पर नहीं थे। पिता तेज बहादुर इस समय प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में गए हुए हैं वहीं मां शर्मिला देवी अपने ऑफिस गई हुई थी। 

 

रोहित दिल्ली विश्वविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष का छात्र था और दो दिन पहले ही अपने घर आया था। शर्मिला देवी ऑफिस से घर पहुंची तो देखा रोहित का कमरा अंदर से बंद था। उन्होंने रोहित को आवाज दी लेकिन उसने कमरा नहीं खोला। इसके बाद रोहित की मां ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने रोहित के कमरे का दरवाजा तोड़ा। पुलिस ने बताया कि कमरे के अंदर रोहित का गोली लगा शव बेड पर पड़ा हुआ था और उसके हाथ में एक रिवाल्वर। गोली सिर में लगकर आर-पार हो गई थी।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: whole story, former BSF Jawan, Tej Bahadur, will Fight, Against PM Modi, Varanasi lok sabha Seat, Lok sabha elections
OUTLOOK 30 April, 2019
Advertisement