पश्चिम बंगाल चुनाव: लोगों में उत्साह, चार घंटे में 40 फीसद मतदान
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बेहद अहम माने जाने वाले तीसरे चरण के लिए आज मतदान जारी है। इस चरण में राज्य की 62 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। जिनमें उत्तरी कोलकाता की 7 सीटें भी हैं। गुरुवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान आमतौर पर तो शांतिपूर्ण चल रहा है और मतदाताओं में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। 11 बजे तक मुर्शिदाबाद की 22 सीटों पर 42.99 फीसद का उच्चतम मतदान रिकॉर्ड दर्ज किया गया। सबसे कम 32.78 प्रतिशत महानगर में दर्ज किया गया। नदिया जिले की 17 सीटों पर मतदान प्रतिशत 40.78 था जबकि बर्धमान की 16 सीटों पर 37.33 था। समग्र मतदान प्रतिशत की बात करें तो यह 40 फीसद से ऊपर पहुंच चुका है।
हालांकि मतदान के दौरान कुछ जगहों से छिटपुट हिंसा की खबरें भी आ रही हैं। चुनाव को लेकर हुई हिंसा में मुर्शिदाबाद के डोमकल विधानसभा क्षेत्र में शिबपाड़ा इलाके के एक मतदान केंद्र के बाहर माकपा के एक पोलिंग एजेंट का शव पाया गया। माकपा उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री अनीसुर रहमान ने बताया कि 35 वर्षीय मृतक की शिनाख्त ताहिदुर इस्लाम के रूप में हुई है। उसकी मौत मतदान केंद्र के बाहर बम फेंके जाने से हुई। हालांकि जिला पुलिस अधीक्षक सी. सुधाकर ने कहा है कि हत्या का रिश्ता चुनाव से नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता के बेलेघाटा विधानसभा क्षेत्र से मतदाताओं को डराने-धमकाने की शिकायतें मिली हैं जिसके बाद पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में ले लिया।
वामपंथी दलों ने इस हत्या के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताया और आरोप लगाया कि तृणमूल ने मतदाताओं को डराने-धमकाने के लिए आतंक का राज मचा रखा है। उधर, तृणमूल का कहना है कि यह मौत गठबंधन सहयोगियों कांग्रेस और वाम मोर्चे के बीच अंदरूनी संघर्ष का नतीजा है। अपने एक पोलिंग एजेंट की हत्या पर माकपा ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग मूक दर्शक बना हुआ है और तृणमूल कांग्रेस ने आतंक का राज फैला रखा है। घटना से नाराज माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की। मिश्रा ने कहा, तहिदुल इस्लाम की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। हम अपने खून के आखिरी कतरे तक मतदान केंद्रों की सुरक्षा करते रहेंगे। लोग तृणमूल को सत्ता से बेदखल कर देंगे। डोमकल के मतदान केंद्र परिसर में तृणमूल द्वारा माकपा पोलिंग एजेंट तहिदुल इस्लाम की नृशंस हत्या बंगाल में आतंक के राज को दर्शाती है।