प. बंगाल में टीएमसी को 19 तो एनडीए को 18 सीटों पर बढ़त, ओडिशा में एनडीए 7, बीजेडी 14 सीटों पर आगे
पश्चिम बंगाल सहित देश के सभी राज्यों में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के लिए वोटों गिनती जारी है। पश्चिम बंगाल में शुरुआती रुझानों में टीएमसी ने बीजेपी पर जबरदस्त बढ़त बनाई हुई है। टीएमसी यहां 30 सीटों पर जबकि एनडीए 7 और कांग्रेस 1 सीट पर आगे चल रही है। वहीं, ओडिशा में बीजेपी, बीजू जनता दल (बीजेडी) से आगे नजर आ रही है।
लाइव अपडेट्स-
4 बजे- पश्चिम बंगाल में एनडीए 18 सीटों पर, एआईटीसी 19 सीटों पर आगे
4 बजे- ओडिशा में एनडीए 6 सीटों पर, बीजेडी 15 सीटों पर आगे
12.22 बजे- ओडिशा में एनडीए 6 सीटों पर, बीजेडी 15 सीटों पर आगे
12.22 बजे- प. बंगाल में एनडीए 18 सीटों पर, टीएमसी 22 सीटों पर आगे
10.57 बजे- प. बंगाल में एनडीए 14, यूपीए 3 तो एआईटीसी 25 सीटों पर आगे।
9.38 बजे- पश्चिम बंगाल में एनडीए 7, एआईटीसी (ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस) 30 सीटों पर तो यूपीए 1 सीट पर आगे।
10.57 बजे- ओडिशा में एनडीए 11, यूपीए 1 तो बीजेडी 9 सीटों पर आगे।
9.38 बजे - ओडिशा में एनडीए 5, यूपीए 1 तो बीजेडी 5 सीटों पर आगे है।
पश्चिम बंगाल में-
4 बजे तक
सुबह 10.57 बजे तक
सुबह 9.38 बजे तक
पश्चिम बंगाल में सातों चरण में मतदान हुए थे। पश्चिम बंगाल में बीजेपी और ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबले की उम्मीद। चैनलों द्वारा दिखाए गए एग्जिट पोल में इन्हीं दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला दिखाया गया था।
एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को पश्चिम बंगाल में 2014 के मुकाबले काफी फायदा पहुंचता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि यहां बीजेपी 11 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। पश्चिम बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों पर हुए मुकाबले में साल 2014 में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को 34 सीटें, कांग्रेस को 4 सीटें, बीजेपी को 2 सीटें जबकि लेफ्ट फ्रंट को 2 सीटें मिली थीं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी भी कई मौकों पर पश्चिम बंगाल में बीजेपी को भारी सीटें मिलने की बात कह चुके हैं।
ममता के गढ़ में बीजेपी ने झोंकी पूरी ताकत
बीजेपी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी के गढ़ में सेंध लगाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। यहां चुनावी रैलियों में बीजेपी और टीएमसी के बीच जबरदस्त बयानबाजियों का दौर चला था। पश्चिम बंगाल में हुए चुनावों के हर चरण में इस बार कहीं ना कहीं से हिंसा की खबरें भी सुर्खियों में रही थीं।
पश्चिम बंगाल में संघर्ष
अंतिम चरण से पहले कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी के बाद चुनाव आयोग ने पूर्व निर्धारित समय से एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार खत्म करने का आदेश दिया था। यह चुनाव आयोग का ऐतिहासिक फैसला था, क्योंकि इससे पहले ऐसा किसी भी राज्य में नहीं हुआ था। चुनाव आयोग के इस निर्णय की काफी आलोचना भी हुई थी।
ओडिशा में-
4 बजे तक
10.57 बजे
9.38 बजे तक-
ओडिशा में कुल 21 सीटें
ओडिशा में लोकसभा की कुल 21 सीटें हैं। चुनाव आयोग ने ओडिशा में चार चरणों में चुनाव कराए जाने का ऐलान किया था। ओडिशा में पहले चरण (11 अप्रैल), दूसरे चरण (18 अप्रैल), तीसरे चरण (23 अप्रैल) और चौथे चरण (29 अप्रैल) में मतदान हुए। ओडिशा में इस बार लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ कराए गए। ओडिशा में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। ओडिशा की सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस से है।
सात चरणों में हुआ चुनाव
लोकसभा की 543 में 542 सीटों पर चुनाव के लिए सात चरण में चुनाव हुआ है। इनमें 8,000 से अधिक प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है। 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में हुए मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। भारतीय संसदीय चुनाव में यह अब तक का सबसे अधिक मतदान है।