मणिपुर: मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दिया, आलाकमान से मिलने के बाद फैसला?
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सिंह के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एनपीएफ के 14 विधायक भी थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ए शारदा और भाजपा के वरिष्ठ नेता संबित पात्रा भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद सिंह मुख्यमंत्री सचिवालय गए। सिंह ने राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘‘अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं प्रत्येक मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए समय पर की गई कार्रवाई, हस्तक्षेप, विकास कार्यों और विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं।’’
यह घटनाक्रम उनके दिल्ली से लौटने के कुछ ही घंटों बाद हुआ है। सिंह ने 10 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा के आगामी सत्र के सिलसिले में मुख्यमंत्री सचिवालय में भाजपा नीत सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ शनिवार को बैठक की थी। यह बैठक विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग के मद्देनजर आयोजित की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहने को कहा है। सिंह का इस्तीफा पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा के करीब दो साल बाद आया है।
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा 3 मई, 2023 को मणिपुर के अखिल आदिवासी छात्र संघ (ATSUM) की एक रैली के बाद भड़की, जो मणिपुर उच्च न्यायालय के उस आदेश के बाद हुई जिसमें राज्य को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल करने पर विचार करने का निर्देश दिया गया था। सिंह ने जुलाई 2023 में अपना इस्तीफा सौंप दिया था, हालांकि अपने समर्थकों के विरोध के बाद उन्होंने इसे वापस ले लिया।