राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के चार विधायक थे। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के महासचिव वानसुक सिएम ने एक विज्ञप्ति में कहा कि विधायकों को ‘‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’’ के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
दोनों विधायकों को भेजे गए पत्र में सिएम ने कहा, ‘‘पार्टी का यह निर्णय ब्लॉक समिति और प्रमुख संगठन की हालिया रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है, जिसमें आपके पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और एमडीए (मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस) सरकार के साथ जुड़े होने का संकेत दिया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी गतिविधियां पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों के बिल्कुल विपरीत हैं, जिसके कारण यह अनुशासनात्मक कार्रवाई आवश्यक है।’’
पार्टी के एक नेता ने बताया कि तीन विधायकों के खिलाफ आरोपों के बाद कांग्रेस ने आंतरिक जांच कराई, जिसमें पता चला कि उनमें से दो विधायक पिछले कुछ महीनों से सत्तारूढ़ एनपीपी के साथ ‘‘मेलजोल बढ़ा’’ रहे थे।
उन्होंने बताया कि विधायक सेलेस्टाइन लिंगदोह के खिलाफ जांच जारी है।
इस मामले पर बात करने के लिए विधायकों से अभी संपर्क नहीं हो सका है।