2019 में भाजपा को रोकने का विपक्ष के पास आखिरी मौकाः अरूण शौरी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और नरेंद्र मोदी सरकार के मुखर विरोधी अरुण शौरी ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने साफतौर पर कहा है कि अगर विपक्ष भविष्य में देश में लोकतंत्र के अधिकारों को बचाना चाहता और पारदर्शिता से चुनाव चाहता है तो 2019 के लोकसभा चुनाव उसके लिए आखिरी मौका है। इस चुनाव में विपक्षी दलों को हर एक लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ एक कॉमन उम्मीदवार खड़ा करना होगा। विपक्ष के पास भाजपा को रोकने का यह आखिरी मौका है और अगर विपक्ष यह चुनाव हार गया तो देश में फिर कभी पारदर्शी चुनाव की उम्मीद करना बेमानी ही होगा।
'द वायर' को दिए एक इंटरव्यू में शौरी ने कहा, 'मौजूदा हालात नए तरह के हैं और देश में खतरे की स्थिति है। यह खतरा विपक्ष के किसी एक नेता के लिए नहीं बल्कि विपक्षी दल के हर नेता के लिए यह खतरा है। मोदी विपक्ष के हर नेता को खत्म कर देेंगे। इससे नीतीश कुमार और नवीन पटनायक भी अछूते नहीं हैं। पुरानी बातों को भूल जाओ और जश्न मनाने के लिए खड़े मत हो। सवाल यह है कि मैं उस पार्टी के साथ कैसे गठबंधन कर सकता हूं जिसके खिलाफ विधानसभा चुनाव में लड़ना है। लोग नए नेतृत्व मसलन जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार, अल्पेश ठाकोर और हार्दिक पटेल जैसे नेता को देखना चाहते हैं।'
हर सीट पर उतारें एक कॉमन उम्मीदवार
अरुण शौरी ने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा, 'अगर आने वाले चुनाव आप हार जाते हैं तो कभी कोई चुनाव आगे नहीं आएगा। इस हमले को रोकने का यह आखिरी मौका विपक्ष के पास है। अगर हम विचारों की वजह से 2019 लोकसभा में मौका खो देते हैं तो उसके बाद पूरी तरह पारदर्शी चुनाव की उम्मीद करना बेमानी होगा। जरूरी है कि पुराने तर्क और आपसी मतभेद भुलाकर चुनाव में हर एक सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष मिलकर एक उम्मीदवार उतारें।'
राफेल पर सरकार कर रही है बचाव
मोदी सरकार के घोटाला मुक्त होने पर उन्होंने राफेल डील का उदाहरण दिया। उनका कहना है, 'राफेल मामले पर सरकार अपना बचाव कर रही है। वहीं मीडिया भी गलत कार्यों पर आरोप साबित करने में नाकाम रही है। पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और भारतीय जनता पार्टी के असंतुष्ट नेता शत्रुघ्न सिन्हा के साथ मोदी सरकार पर राफेल को लेकर निशाना साधा था जिसमें कहा था कि पीएमओ इस डील को लेकर इतना चिंतिंत क्यों है।'