अविश्वास प्रस्ताव पर बोले खड़गे, 'कांग्रेस को सदन में सिर्फ 38 मिनट, क्या यह सही है?'
अविश्वास प्रस्ताव पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दो दो हाथ करने के लिए तैयार है। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए सात घंटे का समय तय है। भाजपा को सबसे ज्यादा 3 घंटे और 33 मिनट बोलने का समय मिला है जबकि कांग्रेस को 38 मिनट का समय दिया गया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है, देश के 130 करोड़ लोगों के मुद्दे उठाने के लिए क्या विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को दिया गया समय पर्याप्त है?
कांगेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि सरकार विपक्ष को बोलने नहीं देना चाहती है। विपक्ष को बोलने के लिए कम समय दिया गया है। हर दल को तीस मिनट का समय दिया गया है लेकिन विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस को केवल 38 मिनट दिए गए है, क्या यह न्यायसंगत है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को प्रश्नकाल की तरह ट्रीट नहीं किया जा सकता।
केंद्र की मोदी सरकार करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल मे पहली बार विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेगी। हालांकि संसद की इस जंग में सरकार की जीत तय है। संख्याबल के आधार पर पहले से ही मजबूत राजग सरकार को अन्नाद्रमुक का समर्थन मिलने और बीजेडी-टीआरएस के मतदान से दूर रहने के फैसले से शक्ति परीक्षण का सस्पेंस खत्म हो गया है। अब विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर बहस के जरिये सरकार को घेरकर दमखम दिखाएगा।