नोटबंदी के बाद 50 दिनों में 74 अधिसूचनाएं, फिर भी राहत नहींं : राकांपा
राकांपा महासचिव तारिक अनवर ने संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री ने 50 दिनों का समय मांगा था और कहा था कि 50 दिनों के बाद सबकुछ सामान्य हो जाएगा। लेकिन 50 दिनों की मियाद खत्म हो गई और अब भी बैंकों की स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है। लोग अभी भी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, जनता को लगा था कि प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कालेधन और नकली नोटों के बारे में बताएंगे तथा नोटबंदी से परेशान जनता के लिए बड़ी राहत का एेलान करेंगे। पर उनके संबोधन से लोगों को निराशा हुई। यह लोगों के साथ धोखा है।
राकांपा नेता ने कहा, शुरू में लगा था कि प्रधानमंत्री ने इतना बड़ा एेलान किया है तो इसके लिए कोई योजना बनाई होगी। लेकिन धीरे-धीरे साफ हो गया कि सरकार के स्तर पर कोई तैयारी नहीं थी। केंद्र सरकार और आरबीआई ने 50 दिनों में 74 अधिसूचनाएं जारी कर दीं। अगर तैयारी होती तो फिर ये हालात पैदा नहीं होते। एेसा लगता है कि सपना आया हो और फिर प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का एेलान कर दिया।
उन्होंने कहा, नोटबंदी के बाद जो हालात पैदा हुए उसे देखते हुए हमने फैसला किया कि नौ जनवरी से राष्ट्रव्यापी आंदोलन किया जाएगा और जनता को सरकार के इस कदम से हुए नुकसान के बारे में बताया जाएगा।
अनवर ने दावा किया कि नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर हुआ है और बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं। भाषा एजेंसी