2014 से अब तक हुए 942 बम धमाके, पीएम मोदी अपने कान खोलें और सुनें: राहुल गांधी
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने से पीछे नहीं हटते हैं। राहुल गांधी कभी राफेल,कभी किसानों के मुद्दे को लेकर तो कभी रोजगार मुद्दे को लेकर पीएम को चुनौती देने से नहीं चूकते हैं। इस बार भी राहुल ने अपने ट्विट से पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है जिसमें पीएम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा था कि 2014 के बाद से भारत में कोई भी बड़ा हमला नहीं हुआ है।
'पीएम को अपने कानों को खोलने और सुनने की जरूरत है'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार देर रात ट्वीट कर कहा,’प्रधानमंत्री कहते हैं कि 2014 के बाद से देश ने, बम धमाकों की गूंज नहीं सुनी। पुलवामा, पठानकोट, उरी, गढ़चिरौली और 942 अन्य बम विस्फोट की घटनाएं हुईं। पीएम को अपने कानों को खोलने और सुनने की जरूरत है।
'क्या यह याद्दाश्त चले जाने से है या फिर अनिवार्य आदत के कारण'
साथ ही, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी पीएम मोदी के इस बयान पर हमला बोला कि उनके कार्यकाल में बम धमाके होने बंद हो गए। पी चिदंबरम ने अपने ट्वीट में कहा, दंतेवाड़ा, पलामू, औरंगाबाद, कोरापत, सुकमा, आवापल्ली और छत्तीसगढ़ में हुए बम धमाकों की लिस्ट पोस्ट करते हुए कहा- क्या यह याद्दाश्त चले जाने से है या फिर अनिवार्य आदत के कारण।
लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने में व्यस्त हैं राहुल गांधी
इस समय राहुल गांधी लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने में व्यस्त हैं। इस बार भी राहुल अपनी पारंपरिक लोकसभा सीट अमेठी से चुनावी मैदान में उतरे हैं। राहुल का मुकाबला बीजेपी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी के साथ है। वैसे तो इस सीट पर हमेशा से ही एकतरफा मुकाबला देखने को मिलता है लेकिन इस बार ऐसा लग रहा है कि राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में बुधवार को नक्सलियों ने आईइडी हमले को अंजाम दिया था। नक्सलियों द्वारा किए गए हमले में एक ड्राइवर समेत 15 जवान शहीद हो गए। जिस पुलिस वाहन को निशाना बनाया गया उसमें सी-60 फोर्स के 15 जवानों और एक ड्राइवर सहित कुल 16 लोग सवार थे, जिनकी मौत हो गई थी।
महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सीमा पर गढ़चिरौली जिला सबसे ज्यादा नक्सल सक्रिय माना जाता हैं। नक्सली इलाके में लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के लिए करीब 150 की संख्या में नक्सली वहां मौजूद थे।